मंत्री पद की शपथ लेते हुए रामदास आठवले।
नई दिल्ली:
नरेंद्र मोदी सरकार के मंगलवार को हुए फेरबदल में शामिल 19 मंत्रियों मे से एक, रामदास आठवले को शपथ ग्रहण समारोह के बीच में ही माफी मांगनी पड़ी और उसके बाद फिर से शपथ शुरू करनी पड़ी।
दरअसल, आठवले शपथ के दौरान अपना नाम लेना भूल गए थे, लेकिन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने तुरंत आठवले को इस बारे में बताया। राष्ट्रपति ने कहा, 'अपना नाम बोलिये।'
इसके बाद आठवले रुके और 'सॉरी-सॉरी' कहते हुए अपनी भूल को सुधारा। महाराष्ट्र के 56 वर्षीय आठवले, बीजेपी के सहयोगी दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के नेता हैं। वे पिछले वर्ष राज्यसभा सदस्य बने हैं। आठवले करीब एक दशक तक लोकसभा सांसद रहे हैं लेकिन 2009 के आम चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
दरअसल, आठवले शपथ के दौरान अपना नाम लेना भूल गए थे, लेकिन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने तुरंत आठवले को इस बारे में बताया। राष्ट्रपति ने कहा, 'अपना नाम बोलिये।'
इसके बाद आठवले रुके और 'सॉरी-सॉरी' कहते हुए अपनी भूल को सुधारा। महाराष्ट्र के 56 वर्षीय आठवले, बीजेपी के सहयोगी दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के नेता हैं। वे पिछले वर्ष राज्यसभा सदस्य बने हैं। आठवले करीब एक दशक तक लोकसभा सांसद रहे हैं लेकिन 2009 के आम चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
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