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हाथ पर लिखे नाम और लगा ली फांसी... आखिर महाराष्ट्र की महिला डॉक्टर को क्यों उठाना पड़ा ये खौफनाक कदम 

देर रात सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया. इस घटना से फलटण समेत पूरे महाराष्ट्र का चिकित्सा क्षेत्र स्तब्ध है. डॉक्टरों के संगठनों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उनका कहना है कि एक महिला डॉक्टर को कार्यस्थल पर बढ़ते दबाव के चलते ऐसा कठोर कदम उठाना पड़े, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

हाथ पर लिखे नाम और लगा ली फांसी... आखिर महाराष्ट्र की महिला डॉक्टर को क्यों उठाना पड़ा ये खौफनाक कदम 
डॉ. संपदा मुंडे पिछले कुछ महीनों से जबरदस्त मानसिक दबाव में थीं.
  • महाराष्ट्र के सतारा जिले में एक महिला डॉक्टर ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग विवाद के कारण आत्महत्या कर ली.
  • डॉ. संपदा ने आत्महत्या से पहले अपने हाथ पर उन लोगों के नाम लिखे थे जो उन्हें परेशान करते थे.
  • पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आत्महत्या का कारण पता करने में लगी है.
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सतारा:

महाराष्ट्र के सतारा जिले में एक युवा महिला डॉक्टर डॉ. संपदा मुंडे ने आत्महत्या कर ली है. ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के बीच चल रहे एक विवाद के कारण पैदा हुए गहरे तनाव के चलते उन्होंने यह कदम उठाया. आत्महत्या से पहले डॉ. संपदा मुंडे ने कथित तौर पर अपने हाथ पर कुछ लोगों के नाम लिखे थे. कहा जा रहा है कि ये वे लोग हैं जिन पर उन्हें परेशान करने और तनाव देने का आरोप था. पुलिस ने इन सभी नामों को तुरंत अपनी डायरी में दर्ज कर लिया है और संबंधित व्यक्तियों की गहनता से पूछताछ शुरू कर दी गई है.

क्या है पूरा मामला?

डॉ. संपदा मुंडे पिछले कुछ महीनों से जबरदस्त मानसिक दबाव में थीं. जानकारी के मुताबिक, हाल ही में उनका फलटण ग्रामीण पुलिस के साथ एक विवाद हो गया था. पुलिस ने उन पर 'मेडिकल जांच में बाधा डालने' का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया था. इस मामले के बाद डॉ. मुंडे के खिलाफ एक विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई थी. सतारा जिला सर्जन के आदेश पर एक जांच समिति भी बिठाई गई थी. इस पूरे घटनाक्रम से परेशान होकर डॉ. मुंडे ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को लिखित शिकायत दी थी. उन्होंने कहा कि "मेरे साथ अन्याय हो रहा है और मैं आत्महत्या कर लूंगी." शिकायत के बावजूद स्थिति और बिगड़ती चली गई और डॉ. मुंडे पर तनाव बढ़ता गया.  आखिरकार, बीती रात फलटण शहर के होटल मधुदीप में उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

देर रात सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया. इस घटना से फलटण समेत पूरे महाराष्ट्र का चिकित्सा क्षेत्र स्तब्ध है. डॉक्टरों के संगठनों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उनका कहना है कि एक महिला डॉक्टर को कार्यस्थल पर बढ़ते दबाव के चलते ऐसा कठोर कदम उठाना पड़े, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

फिलहाल, फलटण ग्रामीण पुलिस ने अकस्मात मृत्यु (ADR) का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस का कहना है कि वे सभी पहलुओं की सखोल जांच कर रहे हैं ताकि आत्महत्या के वास्तविक कारण का पता लगाया जा सके.

"मैं सुसाइड करूंगी"

मृतिका डॉक्टर के रिश्तेदार ने इस पूरे मामले पर कहा कि "मेरी भतीजी डॉ. संपदा मुंडे ने कल अचानक आत्महत्या कर ली. हमें कुछ भी न बताते हुए उसने ड्यूटी खत्म होने के बाद होटल में जाकर, आत्महत्या कर ली.  उसने हमें बीच-बीच में ऐसा बताया था कि मुझे पोस्टमार्टम करते समय... रिपोर्ट बदल कर दो, वगैरह, ऐसे उसे अधिकारी परेशान करते थे और मुझे अगर परेशानी हुई तो मैं सुसाइड करूंगी, ऐसा वह हमें बीच-बीच में बताती थी."

हेल्पलाइन
वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्‍थ 9999666555 या help@vandrevalafoundation.com
TISS iCall 022-25521111 (सोमवार से शनिवार तक उपलब्‍ध - सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक)
(अगर आपको सहारे की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्‍स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञ के पास जाएं)

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