कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव को लेकर राजस्थान के लिए अपनी एक और लिस्ट (Loksabha Election 2024) जारी कर दी है. इस लिस्ट में अशोक गहलोत, गोविंद सिंह डोटासरा और सचिन पायलट जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम नहीं हैं. यानी कि कांग्रेस ने अब तक इन नेताओं को लोकसभा उम्मीदवार नहीं बनाया है. जबकि ऐसी चर्चा थी कि राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट से विधायक सचिन पायलट (Sachin Pilot) को इस बार कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में उतार सकती है. बैठक में सहमति बनने के बाद ऐसी चर्चा थी कि उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में सचिन पायलट को टोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान कांग्रेस कर सकती है. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. सवाल यह है कि कांग्रेस किस जातिगत गणित पर दांव लगा रही है, क्या कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को आगे बढ़कर नेतृत्व करने में कोई दिलचस्पी नहीं है या फिर लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की रणनीति कुछ और है. इस सवाल का जवाब सचिन पायलट ने NDTV को दिया.
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कांग्रेस की लिस्ट से पायलट का नाम गायब
कांग्रेस की एक और लिस्ट में सीनियर नेताओं के नाम नहीं होने पर सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी ने सर्वे और सभी बातों को ध्यान में रखकर टिकट दिए हैं. उन्होंने कहा कि यह सवाल नहीं है कि मैं लड़ना चाहता हूं या नहीं. उन्होंने कहा कि पार्टी जो उनसे कहेगी वह वही करेंगे. सचिन पायलट ने कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा और सरकार का हिस्सा भी रहे. अब वह छत्तीसगढ़ के प्रभारी हैं. यहां पर कांग्रेस के पास 11 लोकसभा सीटें हैं, राजस्थान के सवाई माधोपुर-टोंक की तरह यहां जीत हासिल करना भी उनकी ही जिम्मेदारी है.
"पार्टी जो तय करेगी मैं वही करूंगा"
सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में जनता के मुद्दों पर लोकसभा चुनाव लड़ा जाएगा. उन्होंने साफ किया कि यह व्यक्तिगत पसंद-नापसंद का सवाल नहीं है, पार्टी जो तय करेगी वही होगा. कांग्रेस के सीनियर नेता ने कहा कि उम्मीदवारों का चयन एक साझा अभ्यास है और सभी उम्मीदवार पार्टी के हैं, उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में कांग्रेस ने लोकसभा में अपना खाता नहीं खोला, इसलिए इस साल कांग्रेस जीतकर ब्याज समेत सीटें हासिल करेगी.
"नकुल-वैभव को टिकट देने में गलत क्या"
नकुल नाथ और वैभव गहलोत को टिकट दिए जाने पर सचिन पायलट ने कहा कि इसमें गलत क्या है. बीजेपी में भी ऐसे बहुत से लोगों को टिकट मिलता है, जिनके पिता और दादा राजनेता हैं. पायलट ने कहा कि पिछली बार वैभव गहलोत नहीं जीते थे, पार्टी ने उन्हें दोबारा मौका दिया है. जब तक कांग्रेस वह सीट नहीं जीतती,इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
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