कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रमुख एम एस गोलवलकर के कुछ बयानों से लगता है कि वह दलितों, पिछड़ों और मुस्लिमों को समान अधिकारों के खिलाफ थे. इस पर संघ की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है और कहा कि सिंह बयानों को तोड़ मरोड़ के पेश कर रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने सिंह पर आरोप लगाया कि ‘फोटोशॉप' की गई एक तस्वीर के माध्यम से गोलवलकर को गलत तरह से ऐसे बयान देने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और इसका मकसद सामाजिक विद्वेष पैदा करना है.
कांग्रेस नेता दिग्विजन सिंह ने एक तस्वीर ट्वीट की थी जिसमें गोलवलकर ‘गुरुजी' के हवाले से अनेक विवादास्पद टिप्पणियां लिखी हैं. इसमें गोलवलकर के हवाले से कहा गया है कि वह दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों को समान अधिकार देने के बजाय ब्रिटिश शासन में रहना पसंद करेंगे. कुछ अन्य विवादास्पद टिप्पणियों के लिए भी उन्हें जिम्मेदार बताया गया है.
संघ के प्रचार विभाग के प्रमुख सुनील आंबेकर ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पर ‘फोटोशॉप' की गई तस्वीर जारी करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि यह निराधार है और इसका मकसद सामाजिक विद्वेष पैदा करना है.
आंबेकर ने कहा, ‘‘गुरुजी ने कभी ऐसे बयान नहीं दिये. उनका जीवन सामाजिक भेदभाव समाप्त करते हुए बीता था.''
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