भारत की अर्थव्यवस्था की रफ़्तार मौजूद वित्तीय साल की दूसरी तिमाही में 8.2 प्रतिशत दर्ज की गयी है. शुक्रवार को सांख्यिकी मंत्रालय ने ये आंकड़े जारी करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (Real GDP) में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया गया जबकि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में वृद्धि दर 5.6 प्रतिशत थी.
सांख्यिकी मंत्रालय के सचिव डॉ. सौरभ गर्ग ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के जीडीपी आकड़े जारी करते हुए कहा कि दूसरी तिमाही में वास्तविक जीडीपी में 8.2% की वृद्धि हुई. इसके सबसे मुख्य कारण सेवा (Services) और विनिर्माण (Manufacturing) क्षेत्रों में अच्छी वृद्धि रहे. सेवा (Services) क्षेत्र में 9.2% और विनिर्माण (Manufacturing) क्षेत्र में 9.1% की वृद्धि हुई.
इन आंकड़ों पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2025-26 की दूसरी तिमाही में 8.2% की जीडीपी वृद्धि दर बेहद उत्साहजनक है। यह हमारी विकासोन्मुखी नीतियों (pro-growth policies) और सुधारों के प्रभाव को दर्शाती है। यह हमारे लोगों की कड़ी मेहनत और उद्यमशीलता को भी दर्शाती है। हमारी सरकार सुधारों को आगे बढ़ाती रहेगी और प्रत्येक नागरिक के लिए जीवन को आसान बनाने के प्रयासों को और मज़बूत करेगी.
वित्त मंत्रालय का आंकलन है कि दूसरी तिमाही में 8.2% की जीडीपी वृद्धि दर मोदी सरकार के सत्ता में लौटने के बाद अपनाई गई आर्थिक नीतियों के संचयी प्रभाव का परिणाम है. इसमें बजट में प्रत्यक्ष करों में राहत, रोज़गार-संबंधी प्रोत्साहन योजना आदि शामिल हैं.वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि आज जारी जीडीपी अनुमान भारतीय अर्थव्यवस्था की मज़बूत आर्थिक वृद्धि और गति को दर्शाते हैं। वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए 8.2% की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर के साथ, भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। चालू वित्त वर्ष में, पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में वास्तविक जीडीपी ने 8% की वृद्धि दर दर्ज की है.
वित्त मंत्री के मुताबिक, यह वृद्धि फिस्कल कंसोलिडेशन, टार्गेटेड सार्वजनिक निवेश और आर्थिक सुधारों से प्रेरित है, जिनसे उत्पादकता में वृद्धि हुई है और व्यापार करने में आसानी हुई है. वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने एक महत्वपूर्ण बयान में कहा कि पहले दो तिमाही में अर्थव्यवस्था की अच्छी रफ़्तार से उम्मीद बढ़ी है कि मौजूदा वित्तीय साल के दौरान आर्थिक विकास दर 7% सीए उससे ज़्यादा रहेगी. अर्थव्यवस्था मज़बूती से आगे बढ़ रही है, कृषि व्यवस्था में माहौल बेहतर हुआ और रोज़गार की स्थिति भी अच्छी है.
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