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दीवार के सहारे पैर ऊपर कर लेटने से क्या होता है? रोज बस 10 मिनट में मिल जाएंगे जबरदस्त फायदे

What does putting your legs up the wall do: वुमन हेल्थ स्पेशलिस्ट और सर्टिफाइड मेनोपॉज कोच निधि कक्कड़ बताती हैं, बस 10 मिनट रोज ये प्रैक्टिस करने से शरीर और दिमाग दोनों को बेहतरीन फायदे मिल सकते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-

दीवार के सहारे पैर ऊपर कर लेटने से क्या होता है? रोज बस 10 मिनट में मिल जाएंगे जबरदस्त फायदे
पैर ऊपर कर लेटने से क्या होता है?

Legs up against the wall Benefits: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में तनाव, थकान और कमजोरी आम समस्या बन चुकी हैं. दिनभर काम, भागदौड़ और घंटों खड़े रहने के बाद पैरों में दर्द, सूजन और भारीपन महसूस होना स्वाभाविक है. ऐसे में यहां हम आपको एक खास तरीका बता रहे हैं, जिसे रोज बस 10 मिनट करने से आपको इस तमाम परेशानियों से निजात मिल सकती है. इतना ही नहीं ये खास तरीका आपको और भी कई तरह से फायदा पहुंचा सकता है. इसके लिए आपको केवल दीवार के सहारे पैर ऊपर हवा में कर लेटना है. इस खास ट्रिक के बार में वुमन हेल्थ स्पेशलिस्ट और सर्टिफाइड मेनोपॉज कोच निधि कक्कड़ ने बताया है. अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर किए गए एक वीडियो में निधि कक्कड़ बताती हैं, बस 10 मिनट रोज ये प्रैक्टिस करने से शरीर और दिमाग दोनों को बेहतरीन फायदे मिल सकते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में- 

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कैसे करें यह प्रैक्टिस?

  • इसके लिए फर्श पर योगा मैट या चादर बिछाकर लेट जाएं.
  • अब, अपनी पीट को जमीन पर सीधा रखें और केवल पैरों को दीवार का सहारा देते हुए हवा में उठा लें.
  • योगा में इसे 'विपरीत करनी' भी कहा जाता है.
  • हाथों को ढीला छोड़ दें और गहरी सांसें लें.
  • 5-10 मिनट इसी अवस्था में रहें.
  • तय समय वापस पैरों को नीचे ले आएं.
पैर ऊपर कर लेटने से क्या होता है?

ऑक्सीजन की सप्लाई होती है बेहतर

निधि कक्कड़ बताती हैं, जब आप पैरों को ऊपर करके लेटते हैं, तो गुरुत्वाकर्षण (Gravity) की मदद से पैरों से खून ऊपर की ओर यानी हार्ट और ब्रेन की तरफ फ्लो करने लगता है. इससे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर हो सकती है. 

बॉडी डिटॉक्स

यह पोज लिंफेटिक सिस्टम को सक्रिय करने में मदद कर सकता है, जिसकी वजह से सूजन कम होने और बॉडी डिटॉक्स में सहायता मिल सकती है.

स्ट्रेस कम होता है 

इस पोज में शरीर पूरी तरह रिलैक्स स्थिति में होता है, जिससे नर्वस सिस्टम शांत होता है. धीरे-धीरे सांस लेने से दिमाग शांत होता है, तनाव कम महसूस होता है और कॉपिंग कैपेसिटी यानी तनाव झेलने की क्षमता बढ़ सकती है. 

पाचन बेहतर होता है

यह पोज पाचन को भी सपोर्ट करता है. रोज केवल 10 मिनट तक ये अभ्यास करने से पेट में भारीपन या ब्लोटिंग में आराम मिलता है.

पैरों के दर्द और सूजन से राहत

इन सब से अलग अगर आपको हमेशा पैरों में दर्द, थकान और सूजन महसूस होती है, तो भा ये तरीका आपको आराम दिलाने में मददगार हो सकता है.

कब करें?

निधि कक्कड़ के मुताबिक, आप इसे रोज रात को सोने से पहले या दिन में किसी भी समय 10 मिनट निकालकर कर सकते हैं. यह छोटी सी आदत आपके शरीर को आराम देने, दिमाग को शांत करने और थकान के बोझ को हल्का करने में मदद कर सकती है. धीरे-धीरे इसे रूटीन में शामिल करेंगे, तो फर्क साफ महसूस होगा. ऐसे में आप भी इसे आजमाकर देख सकते हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
 

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