अयोध्या (Ayodhya) में रामलला प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) समारोह के लिए देश के कोने-कोने से ख्यातनाम हस्तियां पहुंच रही हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और प्रशासन ने इस बारे में जानकारी दी है, जिन लोगों के अयोध्या पहुंचने की सूचना मिली है, उनमें खेल, विज्ञान, कला, उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों की नामचीन हस्तियां शामिल हैं. अयोध्या में कल होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए देश की ख्यातनाम हस्तियों को आमंत्रण पत्र भेजा गया था.
इनमें पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रतिभा पाटिल, पूर्व उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पूर्व स्पीकर मीरा कुमार, सुमित्रा महाजन, उद्योग जगत से गौतम अदाणी, मुकेश-नीता अंबानी, लक्ष्मी निवास मित्तल, नुस्ली वाडिया, अजय पीरामल, अनिल अग्रवाल, रेखा झुनझुनवाला, आदि गोदरेज, एएम नाइक, सुधा मूर्ति और सुनील मित्तल शामिल हैं.
इसके साथ ही खेल जगत से सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रविन्द्र जडेजा, पीटी ऊषा, सुनील गावस्कर, सायना नेहवाल शामिल हैं.
विज्ञान के क्षेत्र से के कस्तूरीरंगन, मेट्रोमैन ई. श्रीधरन, शिक्षाविद टीवी मोहनदास पई भी पहुंच रहे हैं. वहीं कला के क्षेत्र से अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, रजनीकांत, हेमा मालिनी, आशा भोंसले, उषा मंगेशकर, अरुण गोविल, प्रसून जोशी, शंकर महादेवन, सुभाष घई, अनुराधा पौडवाल पहुंच रहे हैं.
इसके अलावा सैन्य सेवा से पहुंचने वालों में पूर्व सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे और एस पद्मनाभन शामिल हैं.
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ भी पहुंचे अयोध्याइसके अलावा न्याय जगत से सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े, पूर्व मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित के साथ ही तुषार मेहता, अरुण पुरी, रामलला के वकील रहे रविशंकर प्रसाद आदि शामिल हैं. राम मंदिर के वास्तुकार चंद्रकांत भाई सोमपुरा भी पहुंच रहे हैं.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेंगे. प्रधानमंत्री कुबेर टीला जाएंगे, जहां भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है. पीएम मोदी इस मंदिर में पूजा और दर्शन भी करेंगे. समारोह में देश के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. पीएम मोदी दोपहर करीब 12 बजे अयोध्या में नवनिर्मित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेंगे. साथ ही श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमजीवियों से संवाद करेंगे.
पारंपरिक नागर शैली में मंदिर का निर्माणभव्य राम मंदिर का निर्माण पारंपरिक नागर शैली में किया गया है. इसकी लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट है, वहीं चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है. इसमें कुल 392 स्तंभ और 44 दरवाजे हैं. मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं और देवियों के चित्र हैं. भूतल पर स्थित मुख्य गर्भगृह में भगवान श्री राम के बचपन के स्वरूप (श्री रामलला की मूर्ति) को रखा गया है.
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