- स्टैच्यु ऑफ यूनिटी के निर्माणकर्ता और प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार का निधन हो गया
- राम सुतार ने इस वर्ष सौ वर्ष की उम्र पूरी कर ली थी और उनका मूर्तिकला अद्भुत थी
- वे 1959 में महाराष्ट्र से दिल्ली आए थे और मूर्तिकला के क्षेत्र में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाने वाले मशहूर मूर्तिकार राम सुतार का निधन हो गया है. इस साल उन्होंने 100 साल की उम्र को पार कर लिया था. सुतार जिस पत्थर को छू लेते थे, वो अद्भत मूर्ति का रूप लेता था. 67 साल पहले राम सुतार 1959 में अपने गृह राज्य महाराष्ट्र से दिल्ली आ गए थे. राम सुतार के निधन की जानकारी उनके बेटे अनिल सुतार ने दी.
अनिल सुतार ने बताया, 'बहुत दुख के साथ आपको बता रहे हैं कि मेरे पिता श्री राम वनजी सुतार का 17 दिसंबर की आधी रात को हमारे घर पर निधन हो गया. अंतिम संस्कार और रस्में 18 दिसंबर को सुबह 11:00 बजे होंगी. अंतिम यात्रा A2 सेक्टर 19, नोएडा से शुरू होकर अंतिम निवास, सेक्टर 94, सुपरनोवा बिल्डिंग के पास जाएगी. कृपया दिवंगत आत्मा को अपनी दुआओं में रखें.

राम सुतार का जन्म 19 फरवरी 1925 को गोधरा, गुजरात में हुआ था, उन्होंने अपने करियर में कई प्रसिद्ध मूर्तियां बनाई हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: यह दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है, जो सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित है. इसकी ऊंचाई 182 मीटर है.
- महात्मा गांधी की मूर्ति: राम सुतार ने महात्मा गांधी की 350 से अधिक मूर्तियां बनाई हैं, जो दुनिया भर में स्थापित हैं.
- डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की मूर्ति: उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की कई मूर्तियां बनाई हैं, जिनमें से एक मुंबई के चैत्यभूमि में स्थापित है.
- भगवान शिव की मूर्ति: बेंगलुरु में स्थित भगवान शिव की 153 फीट ऊंची प्रतिमा भी उनकी प्रमुख कृतियों में से एक है.
- छत्रपति संभाजी महाराज की मूर्ति: मोशी, पुणे में स्थित छत्रपति संभाजी महाराज की 100 फीट ऊंची प्रतिमा भी उनकी प्रमुख कृतियों में से एक है.
राम सुतार को उनके काम के लिए कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें पद्म श्री, पद्म भूषण, और पद्म विभूषण शामिल हैं. उन्हें 2019 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत र रत्न से सम्मानित किया गया था.
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