
- उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में अक्टूबर में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी है
- दिल्ली एनसीआर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अक्टूबर की शुरुआत से ही तेज बारिश और ओलावृष्टि की घटनाएं
- मौसम विभाग के अनुसार अक्टूबर में सामान्य से 15 प्रतिशत अधिक बारिश होने और तापमान औसत से कम रहने की संभावना
Latest Weather News Today: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड, राजस्थान से लेकर पूरे उत्तर भारत में मंगलवार शाम को भारी बारिश हुई. इंद्रदेव का यह प्रकोप सोमवार को भी देखने को मिला था. तेज हवाओं के साथ बरसात इतनी तेज थी, मानो सावन-भादो में मॉनसून के दौरान इंद्रदेव अपनी लीला दिखा रहे हों. मंगलवार सुबह काले घने बादलों के साथ दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश हुई और दोपहर में तेज धूप खिली, लेकिन 4 बजते बजते फिर दिल्ली-एनसीआर के बड़े हिस्सों में काली घटा छा गई. सबके मन में यही सवाल कौंध रहा है कि आखिर बारिश का यह दौर अक्टूबर में कब तक जारी रहेगा. अक्टूबर में इतनी बारिश की इतनी वजह क्या है, आइए जानते हैं मौसम विभाग का पूर्वानुमान अक्टूबर के लिए क्या है...
दिल्ली में मौसम का हाल
मौसम विभाग ने पहले ही मध्य दिल्ली, दक्षिण पश्चिम दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तर पश्चिम दिल्ली, उत्तर दिल्ली में कुछ घंटों में भारी वर्षा की चेतावनी दी थी. इसके साथ ही बिजली कड़कने और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज हवाओं ने भी दिल्ली से लेकर नोएडा गाजियाबाद को झकझोरा. लेकिन उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों से मॉनसून की विदाई के बाद आखिर मौसम ने फिर पलटी मारी है. अक्टूबर में 1-2 तारीख को दशहरे के वक्त भी ऐसे ही अचानक बरसात ने सब कुछ भिगो दिया था.
पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम विभाग का कहना है कि हिमालय पर्वत शृंखला के आसपास पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है.इसी कारण पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश और कुछ जगहों पर बिजली कड़कने और ओलावृष्टि हुई.पश्चिमी विक्षोभ के कारण चक्रवाती दबाव भी बना हुआ है और उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में लगातार सक्रिय है. अरब सागर से भी पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में लगातार नमी आ रही है. मौसम विज्ञानी तृषाणु बनिक अगले 5-6 दिनों तक दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में वर्षा गतिविधि में वृद्धि और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है.

UP Rain Alert
8 अक्टूबर को भी बादल छाये रहेंगे
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर-पश्चिम भारत में भारी वर्षा का दौर 5 अक्टूबर से शुरू हुआ था. कुछ स्थानों पर इस बारिश का दौर 8 अक्टूबर को भी जारी रहने की संभावना है. अगले 3-4 दिनों के दौरान गुजरात के शेष भागों, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ और भागों और महाराष्ट्र के कुछ भागों से दक्षिण-पश्चिम मानसून के वापस लौटने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं.
चक्रवात शक्ति का दक्षिण भारत पर असर
मौसम विभाग ने चेतावनी दी थी कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान और ओडिशा के बड़े हिस्से में 7 से सेमी की भारी वर्षा देखने को मिल सकती है. जबकि जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, झारखंड, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु में हो रही है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाकी हिस्सों से भी मॉनसून अगले 3-4 दिनों में विदा हो रहा है.

rain
अक्टूबर के बाकी दिनों में मौसम का हाल
मौसम विभाग (India Meteorological Department IMD) ने अक्टूबर महीने का पूर्वानुमान जारी करते हुए पहले ही कहा था कि पूरे महीने औसत से 15 फीसदी ज्यादा बारिश होने की बात कही थी. साथ ही तापमान औसत से काफी कम रहने की बात भी कही थी. आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा के अनुसार, उत्तर पश्चिम इलाका (पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश का कुछ हिस्सा और दिल्ली) में अक्टूबर से दिसंबर के बीच मॉनसून की वापसी के बाद भी सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान है. दक्षिण भारत में भी तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिण कर्नाटक में भी औसत से 112 फीसदी बारिश होने का संकेत था.
दिल्ली-NCR में 9 अक्टूबर से मौसम साफ
दिल्ली में मुंडका, जाफरपुर, नजफगढ़ के साथ हरियाणा में गुरुग्राम, बहादुरगढ़, मानेसर, नरवाना, बरवाला, कैथल और चरखी दादरी में भी भारी बारिश देखी गई. हालांकि खुशखबरी की बात है कि मौसम विभाग ने 9 अक्टूबर से दिल्ली एनसीआर में मौसम साफ रहने और बारिश न होने की संभावना जताई है. इस कारण तापमान भी 25-26 डिग्री सेल्सियस से बढ़कर 31 से 34 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है.
उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर में बर्फबारी
पर्वतीय राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है. उत्तरकाशी के साथ रुद्रप्रयाग में हिमपात हुआ है. केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी हो रही है. बाबा के भक्त बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं. इस साल अब तक 16 लाख 50 हजार श्रद्धालु बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. ठंड को देखते हुए नगर पंचायत केदारनाथ ने अलाव की व्यवस्था की है.

Snowfall Kashmir
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके की अरु वैली में बर्फबारी से मनमोहक नजारा देखने को मिला है. हिमाचल में समय से पहले अक्तूबर के पहले सप्ताह में ही पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति, चंबा, किन्नौर, कुल्लू के ऊंचे इलाकों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. शिमला जिले के चूड़धार व चांशल पीक पर भी सीजन की पहली बर्फबारी हुई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं