नई दिल्ली:
रेल घूस कांड मामले में पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल से सीबीआई आज पूछताछ कर रही है। इस मामले में नाम आने के बाद पवन बंसल को पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के पास इस बात के सबूत हैं कि घूसकांड के मुख्य आरोपी विजय सिंगला का नियमित तौर पर रेल मंत्रालय आना−जाना था और उसके रेल मंत्रालय के बड़े अफसरों से करीबी संबंध बन गए थे। विजय सिंगला ने सीबीआई से कथित तौर पर उनके और महेश कुमार के बीच हुई मुलाकातों के बारे में भी बताया है। सिंगला ने बताया कि ये मुलाकातें बंसल के आवास पर हुई। महेश कुमार ने अपने बयान में भी रेल मंत्री पवन कुमार बंसल का नाम लिया है। सीबीआई ने पवन बंसल के निजी सचिव से पूछताछ की है और दूसरे अफ़सरों से भी पूछताछ कर सकती है।
सिंगला के फोन कॉल डिटेल्स बताते हैं कि उसकी अफसरों और रेलमंत्री से लगातार बात होती थी। सीबीआई यह जानने की कोशिश करेगी कि क्या पवन बंसल को महेश कुमार के तबादले की जानकारी थी और क्या उन्हें इस लेनदेन के बारे में कोई जानकारी थी। सीबीआई इस कांड के आरोपियों विजय सिंगला, महेश कुमार और संदीप गोयल की बातचीत के रेकॉर्ड से और भी सबूत खंगालने में लगी हुई है।
सूत्रों के मुताबिक विजय सिंगला ने संदीप गोयल को भरोसा दिलाया था कि वह अपने मामा पवन बंसल से कहकर महेश कुमार को रेलवे बोर्ड में मेंबर इलेक्ट्रिकल बनवा देगा और उसने यहां तक कहा कि मामा ने महेश कुमार की पोस्टिंग के बारे में कह दिया है। सीबीआई इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या रेलमंत्री ने महेश कुमार को अतिरिक्त प्रभार देने के लिए किसी दस्तावेज पर दस्तखत किए थे। सीबीआई महेश कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर सकती है। यही नहीं विजय सिंगला और उसकी पत्नी के खिलाफ सबूत मिटाने का मामला भी दर्ज होगा।
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई के पास इस बात के सबूत हैं कि घूसकांड के मुख्य आरोपी विजय सिंगला का नियमित तौर पर रेल मंत्रालय आना−जाना था और उसके रेल मंत्रालय के बड़े अफसरों से करीबी संबंध बन गए थे। विजय सिंगला ने सीबीआई से कथित तौर पर उनके और महेश कुमार के बीच हुई मुलाकातों के बारे में भी बताया है। सिंगला ने बताया कि ये मुलाकातें बंसल के आवास पर हुई। महेश कुमार ने अपने बयान में भी रेल मंत्री पवन कुमार बंसल का नाम लिया है। सीबीआई ने पवन बंसल के निजी सचिव से पूछताछ की है और दूसरे अफ़सरों से भी पूछताछ कर सकती है।
सिंगला के फोन कॉल डिटेल्स बताते हैं कि उसकी अफसरों और रेलमंत्री से लगातार बात होती थी। सीबीआई यह जानने की कोशिश करेगी कि क्या पवन बंसल को महेश कुमार के तबादले की जानकारी थी और क्या उन्हें इस लेनदेन के बारे में कोई जानकारी थी। सीबीआई इस कांड के आरोपियों विजय सिंगला, महेश कुमार और संदीप गोयल की बातचीत के रेकॉर्ड से और भी सबूत खंगालने में लगी हुई है।
सूत्रों के मुताबिक विजय सिंगला ने संदीप गोयल को भरोसा दिलाया था कि वह अपने मामा पवन बंसल से कहकर महेश कुमार को रेलवे बोर्ड में मेंबर इलेक्ट्रिकल बनवा देगा और उसने यहां तक कहा कि मामा ने महेश कुमार की पोस्टिंग के बारे में कह दिया है। सीबीआई इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या रेलमंत्री ने महेश कुमार को अतिरिक्त प्रभार देने के लिए किसी दस्तावेज पर दस्तखत किए थे। सीबीआई महेश कुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर सकती है। यही नहीं विजय सिंगला और उसकी पत्नी के खिलाफ सबूत मिटाने का मामला भी दर्ज होगा।
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