रेल भूमि पर अतिक्रमण को पुरानी समस्या करार देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ( Ashwini Vaishnav) ने शुक्रवार को संसद में कहा कि इससे संवेदनशीलता के साथ निपटा जा रहा है और ऐसा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा, जिससे किसी व्यक्ति की परेशानी अचानक बढ़ जाए. रेल मंत्री ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण पुरानी समस्या है और दो-तीन राज्यों के साथ मिलकर रेलवे ने अच्छे तरीके से काम किया है.
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उन्होंने कहा कि मुंबई में राज्य सरकार के साथ मिलकर अच्छे तरीके से अतिक्रमण को हटाया गया है और गुजरात में सूरत के उधना में भी राज्य के साथ मिलकर इसे हटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अतिक्रमण की इस समस्या से संवेदना और संवेदनशील तरीके से निपटा रहा है और ऐसा कोई कोई कदम नहीं उठाया जा रहा जिससे किसी पर अचानक मार पड़े.
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कोरोना महामारी के दौरान प्लेटफार्म टिकटों की कीमतों में वृद्धि किए जाने की सदस्यों की शिकायत के संबंध में वैष्णव ने कहा कि अब देश भर में इनकी कीमतें सामान्य स्तर पर हैं. उन्होंने कहा कि 30-40 साल से रेलवे के डीआरएम (डिविजनल रेलवे मैनेजर) को यह अधिकार है कि वे अपने क्षेत्र में स्टेशनों पर भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए अस्थायी तौर पर प्लेटफार्म टिकटों के दाम बढ़ा सकते हैं. लेकिन अब बढ़ायी गयी कीमतें कम कर दी गयी हैं.
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