
Radhika Yadav Murder: टेनिस प्लेयर राधिका यादव की गुरुवार की दोपहर को उन्हीं के घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. उनकी हत्या करने वाला और कोई नहीं बल्कि उनके पिता ही हैं. होनहार बेटी राधिका यादव ने जिस पिता का कई बार अपने खेल से नाम रोशन किया. कई बार उन्हें खुशी का मौका दिया, वो पिता आखिर इतना क्रूर कैसे हो गया. इस सवाल के जबाव आरोपी पिता दीपक ने खुद दिए हैं.
'टेनिस की एकेडमी से थी मुझे समस्या'
मौके पर ही आरोपी दीपक यादव से गहनता से पूछताछ की गई जिसने पूछताछ में बतलाया कि, 'मेरी लड़की राधिका टेनिस की प्लेयर थी और नेशनल तक खेली थी. काफी ट्राफी जीत कर लाई. कुछ दिन से मेरी लड़की के कंधों में इंजरी होने के कारण वो खेल नहीं रही थी. उसने अपनी एकेडमी खोल रखी थी, जो बच्चो को कोचिंग देती थी. जब मैं गांव में दूध लेने के लिए वजीराबाद जाता था तो लोग मुझे कहते थे कि आप लड़की की कमाई खाते हो. जिससे मैं काफी परेशान था. जो लोग मेरी लड़की के चरित्र पर भी उंगली उठाते थे. मैनें अपनी लड़की से कहा कि आपने टेनिस की एकेडमी खोल रखी है, इसको बंद कर दो. लेकिन मेरी लड़की ने बंद करने से मना कर दिया.'
'मेरे मान सम्मान को ठेस पहुंची'
मेरे दिमाग में यही टेंशन रहती थी, जिससे मेरे मान सम्मान को ठेस पहुंचती थी. इस बात से मैं काफी परेशान था और टेंशन में था. इसी टेंशन के कारण मैनें अपनी लाइसेंस की रिवाल्वर निकालकर, जब मेरी लड़की राधिका यादव रसोई में खाना बना रही थी, तो मैंनें अपनी लड़की राधिका यादव की कमर पर पीछे से तीन गोली मारी. घटना के समय मैं, मेरी पत्नी मंजु यादव व मेरी लड़की मृतिका राधिका, हम तीन ही हाजिर थे. मेरा लड़का धीरज यादव पोर्पटी डिलर के ऑफिस में गया हुआ था.
आरोपी दीपक के भाई कुलदीप यादव ने जानकारी दी कि, 'मेरी लड़की अनमोल यादव, मेरी पत्नी सीमा यादव, हम नीचे ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं. मेरा भाई दीपक के भी दो बच्चे हैं, बड़ा लड़का धीरज यादव है, उसे छोटी लड़की राधिका यादय उम्र 25 साल है. मेरा किराये का काम है और मेरे भाई दीपक का भी किराये का काम है. आज मैं अपने मकान पर था. समय करीब सुबह 10:30 बजे एक दम धमाके की आवाज सुनाई दी. आवाज सुनकर मैं अपने भाई के पहले फ्लोर पर पहुंचा. मैंने मकान के अदंर जाकर देखा, मेरी भतीजी राधिका यादव रसोई में पड़ी हुई थी और रिवाल्वर ड्राइंग रूम में पड़ा हुआ था.'
'मेरे भाई दीपक ने ही मेरी भतीजी राधिका यादव को गोली मारी'
आरोपी दीपक के भाई बताते हैं कि, 'उसके बाद मैं, मेरा लड़का पीयूष यादव भी ऊपर आ गए. उसके बाद मैंने व पीयूष यादव दोनों राचिका यादव को उठाकर ईलाज के लिए हम अपनी गाड़ी में लेकर अस्पताव पहुंचे. डॉक्टर साहब ने चेक करने पर मेरी भतीजी को मृत घोषित कर दिया. मेरी भतीजी राधिक टेनिस की बहुत बड़ी खिलाड़ी थी. कई बार ट्राफी जीत कर लेकर आई थी. लेकिन मेरी भतीजी राधिका की जो मौत हुई है, उस मौत से मैं हैरानी में हूं. उस समय मेरा भाई दीपक, मेरी भाभी मंजू यादव व मृतिका राधिका यादव ही थे. मेरा भतीजा धीरज यादव उस घटना के समय पर वहां नहीं था. ऊपर तीन ही सदस्य थे. मुझे ऐसा लगता है कि मेरे भाई दीपक ने ही मेरी भतीजी राधिका यादव को गोली मारी है.'
'मेरे पति ने इसकी हत्या क्यों की'
मौके पर आरोपी की पत्नी मंजू यादव से कई बार कहा कि आप अपने ब्यान लिखया दो. लेकिन मंजू यादय ने अपना ब्यान नहीं लिखवाया. मौखिक तौर पर वो कहने लगी कि, 'मुझे तो बुखार था. मैं तो कमरे में लेटी हुई थी. मुझे पता नहीं कैसे क्या हुआ और ये भी मुझे पता नहीं कि मेरे पति ने मेरी लड़की की हत्या क्यों की. मेरी लड़की राधिका यादव का चरित्र ठीक था. फिर भी मेरे पति ने इसकी हत्या क्यों की?
फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने वारदात में इस्तेमाल रिवाल्वर पर मौजूद फिंगर प्रिंट लिए. रिवाल्वर को खोल कर चैक किया गया जिसके अन्दर 5 खोल थे, एक जिन्दा कारतूस था. उपरोक्त वारदात में इस्तेमाल रिवाल्वर, । जिन्दा कारतूस और घटना स्थल पर पड़ा खून सभी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है
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