विज्ञापन

एनडीए में रैगिंग? पुणे में कैडेट की संदिग्ध मौत पर विवाद, परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

पुणे पुलिस ने इस मामले को आकस्मिक मृत्यु के तौर पर दर्ज करते हुए कहा है कि, "हमने गहन जांच शुरू कर दी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सभी पक्षों की जांच के बाद ही मौत के सही कारण पर टिप्पणी की जा सकती है."

एनडीए में रैगिंग? पुणे में कैडेट की संदिग्ध मौत पर विवाद, परिवार ने लगाए गंभीर आरोप

पुणे के पास खडकवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में एक 18 वर्षीय कैडेट की संदिग्ध मौत ने बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया है. लखनऊ, उत्तर प्रदेश का रहने वाला पहले टर्म का कैडेट, अंतरिक्ष कुमार सिंह, 10 अक्टूबर 2025, शुक्रवार की सुबह हॉस्टल के अपने कमरे में मृत पाया गया. इस घटना के बाद, मृत कैडेट के परिवार द्वारा सीधे 'रैगिंग' का आरोप लगाए जाने से अब यह मामला एक गंभीर मोड़ ले चुका है.

आखिर क्या है घटना?

सुबह के नियमित प्रशिक्षण के लिए अंतरिक्ष के अनुपस्थित रहने पर, उसके सहपाठियों ने उसे ढूंढना शुरू किया.तब वह अपने कमरे में बेडशीट से लटका हुआ मिला.उसे तत्काल खडकवासला के सैन्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. उत्तम नगर पुलिस ने इस घटना को आकस्मिक मृत्यु (Accidental Death Report) के रूप में दर्ज किया है. कोई सुसाइड नोट न मिलने के कारण मौत का सही कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन प्राथमिक जांच में पुलिस ने आत्महत्या का संदेह व्यक्त किया है.

परिवार ने रैगिंग का लगाया गंभीर आरोप

एक पूर्व सैनिक का बेटा, अंतरिक्ष कुमार सिंह, वायु सेना में अधिकारी बनने का सपना लेकर कुछ महीने पहले ही अकादमी में शामिल हुआ था. हालांकि, उसके परिवार ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, "पिछले कुछ दिनों से सीनियर कैडेट्स द्वारा अंतरिक्ष को बहुत परेशान किया जा रहा था. हमने इस बात को अकादमी के अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया था, लेकिन उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया. यह उत्पीड़न असहनीय होने के कारण ही उसने यह कठोर कदम उठाया. यह रैगिंग का ही मामला है और हमें न्याय मिलना ही चाहिए,". परिवार ने पुणे पुलिस के पास भी अपना बयान दर्ज कराया है.

एक आशावादी युवा का इस तरह से दुनिया से चले जाना एक बड़ी क्षति है. पुलिस और एनडीए की 'कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' दोनों स्तरों पर अब इस मामले की जांच शुरू है. इस जांच से सच्चाई कब सामने आती है और रैगिंग के गंभीर आरोपों का निराकरण कब होता है, इस पर ही अब सभी की निगाहें टिकी हैं.

पुलिस और NDA प्रशासन की भूमिका

पुणे पुलिस ने इस मामले को आकस्मिक मृत्यु के तौर पर दर्ज करते हुए कहा है कि, "हमने गहन जांच शुरू कर दी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सभी पक्षों की जांच के बाद ही मौत के सही कारण पर टिप्पणी की जा सकती है. रैगिंग के आरोप की अभी पुष्टि नहीं हुई है." इस बीच, एनडीए प्रशासन ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है. अकादमी ने एक आधिकारिक बयान में, घटना के पीछे की परिस्थितियों की पूरी जांच के लिए 'कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' (Court of Inquiry) के निर्देश दिए हैं.साथ ही, दुःख की इस घड़ी में परिवार को पूरा सहयोग देने का आश्वासन भी दिया है.

(पुणे से सूरज कसबे की रिपोर्ट)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com