एयर इंडिया-बोइंग के 'ऐतिहासिक' करार के बाद पीएम मोदी और जो बाइडेन ने फोन पर की बात..

बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, रक्षा सह-उत्पादन और सह-विकास समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की इच्‍छा जताई.

एयर इंडिया-बोइंग के 'ऐतिहासिक' करार के बाद पीएम मोदी और जो बाइडेन ने फोन पर की बात..

नई दिल्‍ली :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अमेरिका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने आज फोन पर बातचीत की.  इस दौरान दोनों नेताओं ने  भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी बढ़ने पर संतोष जताया. मोदी और बाइडेन ने एअर इंडिया और बोइंग सौदे को ऐतिहासिक करार देते हुए इसे परस्पर लाभकारी सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया जिसके फलस्‍वरूप दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर निर्मित होंगे. बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, रक्षा सह-उत्पादन और सह-विकास समेत कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की इच्‍छा जताई. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई.

पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, 'राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ बात करके खुशी हुई. भारत-अमेरिका व्यापक और वैश्विक साझेदारी को और गहरा बनाने के लिए जारी और नई पहलों की समीक्षा के लिए उत्कृष्ट चर्चा. हम ऐतिहासिक एयर इंडिया और बोइंग समझौते का स्वागत करते हैं, जो दोनों देशों में नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा.' इससे पहले, पीएमओ ने कहा कि मोदी और बाइडेन ने भारत-अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी प्रगाढ़ होने पर संतोष जताया, जिसके परिणामस्वरूप सभी क्षेत्रों में मजबूत विकास हुआ है.पीएमओ ने कहा कि दोनों देशों ने एयर इंडिया और बोइंग के बीच एक 'ऐतिहासिक समझौते' की घोषणा का स्वागत करते हुए इसे पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग का एक शानदार उदाहरण बताया, जो दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा. प्रधानमंत्री ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को भारत में बढ़ते नागर विमानन क्षेत्र के कारण उत्पन्न अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया. 

पीएमओ के अनुसार, दोनों नेताओं ने वाशिंगटन डीसी में हाल ही में आयोजित क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी पर पहल की पहली बैठक का स्वागत किया और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, रक्षा सह-उत्पादन और सह-विकास और ज्ञान और नवाचार पारिस्थितिक तंत्र में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की गहरी इच्छा जताई. पीएमओ ने कहा, 'वे दोनों देशों के लोगों के बीच जीवंत संबंधों को मजबूत करने पर सहमत हुए, जो पारस्परिक रूप से लाभकारी रहे हैं.' दोनों नेताओं ने जी-20 की सफलता सुनिश्चित करने के लिए भारत की मौजूदा अध्यक्षता के दौरान संपर्क में बने रहने पर भी सहमति जताई.

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