
- देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर सात शीर्ष सैन्य अधिकारियों को सर्वोच्च युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा
- यह पहली बार है जब भारतीय वायुसेना को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा
- भारतीय वायुसेना को ऑपरेशन सिंदूर में उनके विशिष्ट योगदान के लिए यह सम्मान दिया जा रहा है
देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर 7 अफसरों को सम्मानित किया जाएगा और यह पहली बार है जब वायुसेना को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा. इसी वजह से 79वां स्वतंत्रता दिवस अपने आप में इतिहास रचने जा रहा है. दरअसल, हमारी सेनाओं को ऑपरेशन सिंदूर के लिए ये सम्मान दिया जा रहा है.
सात शीर्ष सैन्य अधिकारियों को सर्वोच्च सम्मान
- भारतीय वायुसेना के लिए पहला 'सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक'
- भारतीय वायुसेना का पहला सर्वोच्च युद्धकालीन सेवा पदक
- 4 शीर्ष वायुसेना अधिकारियों को अलंकृत किया जाएगा
- 2 सेना अधिकारी और 1 नौसेना अधिकारी भी
बता दें कि सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक (परम युद्ध सेवा पदक) भारत का सर्वोच्च युद्धकालीन विशिष्ट सेवा सम्मान है. यह युद्ध, संघर्ष या शत्रुता में सर्वोच्च विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है. यह पुरस्कार युद्धकालीन परम विशिष्ट सेवा पदक के समकक्ष है.
क्या है ऑपरेशन सिंदूर
दरअसल, 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी थी. यह हत्या सरेआम की गई थी और लोगों से उनकी जाति पूछकर की गई थी. इसके बाद 7 मई 2025 को भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर अभियान चलाया गया था. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने थल सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त शक्ति का योजनाबद्ध तरीके से इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित 9 से अधिक आतंकी कैंपों को निशाना बनाते हुए वहां टारगेटेड स्ट्राइक की थी.
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