- प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को बेहद निराशाजनक बताया
- बिहार की राजनीति का डिस्कोर्स बदल गया है, यह हमारी सफलता है: PK
- जेडीयू को 25 से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद नहीं थी, ये चुनाव अधिकारियों ने और सरकार ने लड़ा
बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर ने पहली बार खुलकर अपनी बात रखी. एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ राहुल कंवल से साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रशांत किशोर ने स्वीकार किया कि चुनाव परिणाम उनके लिए बेहद निराशाजनक रहा. उन्होंने कहा कि जब से चुनाव परिणाम आए हैं मुझे नींद नहीं आ रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ बातों में हम सफल रहे हैं. बिहार की राजनीति का डिस्कोर्स बदला है. पीके ने कहा कि हम बिहार में सरकार बनाने का सपना देख रहे थे लेकिन हमें जीरो सीट आया है.
जेडीयू को 25 सीट ही मिलेंगे वाला दावे पर क्या कहा?
प्रशांत किशोर ने कहा कि जेडीयू 25 से ज्यादा सीटें लाने की हालत में नहीं था. इतना ही आना चाहिए था, उनको आ गए 80-82. अब लोग कह रहे हैं कि जमीन पर ये गलत दिख रहा है. लेकिन अगर आप चुनाव को ध्यान से देखिएगा तो एक जो सबसे बड़ा फैक्टर था वो था हर विधानसभा में करीब 100-125 करोड़ रुपये सीधा पब्लिक को दिया जाना. हर विधानसभा क्षेत्र में 60-65 हजार लोगों को सीधा 10 हजार रुपये सरकार ने देकर वोट खरीद लिया.
40 साल की व्यवस्था एक बार में नहीं बदल सकते हैं: PK
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुझे तो केवल 3 प्रतिशत वोट मिला है, जनसुराज को जनता ने कहा कि अभी नेट प्रैक्टिस कीजिए, हम तो रेस में नहीं हैं, जब आपको 3-4 प्रतिशत वोट आता है तो आप स्क्रैच से शुरू करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं शराबबंदी वाले घोषणा से नहीं हारे हैं. उन्होंने कहा कि पीके की बात बिहार की जनता को केवल सुनने में अच्छा लगा. जो 40 साल में यहां व्यवस्था बनी हुई है उसके केवल एक ही बार में नहीं बदल सकते हैं.
खुद चुनाव न लड़ना क्या पीके की गलती थी?
प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनाव न लड़ने के फैसले को गलती मान सकते हैं. मुझे अगर पहले से ये पता होता कि मैं हार रहा हूं कि तो मैं अपने जीवन का सबकुछ अपना धन, अपना समय और अपनी ताकत अपनी बुद्धि क्यों दांव पर लगाऊंगा. एक विधायक बनना होता तो मैं एक एमपी बन जाता, मुझे पता होता तो मैं इतना बड़ा रिस्क क्यों लेता. इस पूरे प्रयास के दौरान कभी खुद सर्वे नहीं कराया, मैं इसको ब्लाइंड ही रखा. लेकिन मेरी अपनी उम्मीद थी कि 12-15 फीसदी वोट आएगा लेकिन 3 प्रतिशत ही वोट आया. उन्होंने कहा कि गांधी आश्रम में मैं मौन उपवास रखूंगा और गांधी से प्ररेणा लूंगा और आगे बढ़ूंगा, मैं रुकने वाला नहीं हूं मैं फिर से आगे बढ़ूंगा.
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