प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम चार बजे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देंगे.अभिभाषण के दौरान सोमवार को संसद के दोनों सदनों में तीखी बहस हुई.मंगलवार को प्रधानमंत्री के जवाब से पहले बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने बैठक कर आज की रणनीति बनाई.बैठक में पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष यह पचा नहीं पा रहा है कि नेहरू के बाद एक चाय वाले ने लगातार तीसरी बार जीतने का कारनामा कैसे कर लिया.
विपक्ष और सत्ता पक्ष की संसद में जंग
संसद में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा के दौरान विपक्ष के सदस्यों ने सरकार पर तीखा हमला बोला. लोकसभा में माहौल उस समय गर्म हो गया, जब नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला करने के लिए हिंदू शब्द का इस्तेमाल कर लिया.इस पर पीएम मोदी ने आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष सभी हिंदुओं को हिंसक नहीं बता सकते.राहुल के बयान को लेकर सत्ता पक्ष उनपर हमलावर है.सत्ता विपक्ष उन पर हिंदुओं को बदनाम करने का आरोप लगा रहा है. राहुल ने अपने भाषण के दौरान कई मुद्दों को उठाया.इनमें सेना में अग्नीवीर की भर्ती, NEET UG के कथित पेपर लीक और मुसलमान व अन्य अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दे शामिल थे.राहुल के अलावा लोकसभा में टीएमसी की महुआ मोइत्रा, डीएमके के डी राजा आदि ने भी मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
वहीं राज्य सभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने आरएसएस और बीजेपी पर जमकर हमला बोला.उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव को अहंकार तोड़ने वाला बताया. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के 17 मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा.उन्होंने कहा कि आप हमको घमंडी बोलते रहते थे,अरे घमंड तो टूट गया आपका. खरगे के भाषण के दौरान भी काफी नोक-झोंक हुई. सभापति ने उनके भाषण के कई अंशों को सदन की कार्यवाही से निकालने के आदेश दिए.वहीं राजद के प्रोफेसर मनोज झा ने भी सरकार पर हमला बोला.
विपक्ष को किन मुद्दों पर घेर सकते हैं पीएम नरेंद्र मोदी
लोकसभा में चर्चा की शुरुआत बीजेपी की ओर से अनुराग ठाकुर ने की थी.ठाकुर ने अपने भाषण में मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया था.उन्होंने हर तरह से नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज को दूसरी सरकारों से बेहतर बनाने की भरपूर कोशिश की थी.राष्ट्रपति के अभिभाषण पर आज भी चर्चा जारी रहेगी.इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम को जवाब देंगे.
उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री अपने भाषण में विपक्ष की ओर से उठाई गई चिंताओं और सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे.विपक्ष ने नीट परीक्षा और अन्य परिक्षाओं के पेपर लीक, अग्निवीर भर्ती, सांप्रदायिकता, सामाजिक न्याय, संविधान और आरक्षण पर खतरे को लेकर सरकार पर हमला बोला है. इस दौरान इन मुद्दों पर दोनों पक्षों में जमकर बहस भी हुई.विपक्ष इन मुद्दों को चुनाव प्रचार के दौरान भी उठाया था. उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री अपने भाषण में इन मुद्दों पर जवाब दे सकते हैं.
एनडीए के सांसदों ने बैठक कर बनाई रणनीति
मंगलवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीएन के संसदीय दल की बैठक बुलाई गई.इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए.इसमें उन्होंने एनडीए सांसदों को सलाह देते हुए कहा कि सांसदों का अपना व्यवहार और आचरण ठीक रखना चाहिए.उन्होंने कहा कि सभी सांसदों को देश सेवा को सर्वोपरि रखना है.उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र की समस्याओं को ठीक से संसद में रखना चाहिए और सांसदों को संसद के नियम के अनुसार आचरण करना चाहिए.इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हर सांसद को अपने परिवार के साथ पीएम संग्रहालय देखने जाना चाहिए.
बैठक में पीएम मोदी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक में विपक्ष पर भी चुटकी ली.उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू के बाद कई प्रधानमंत्री रहे, कुछ प्रत्यक्ष तो कुछ रिमोट से चलते थे.उन्हें ये बेचैनी है कि नेहरू के बाद तीन बार लगातार जीतने का काम जो वो नहीं कर पाए, वो एक चायवाले ने कैसे कर दिया.उन्होंने कहा कि उनकी ये छटपटाहट दिख भी रही है.बैठक में पीएम मोदी को माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत और अभिनंदन किया गया.
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