संसद के शीतकालीन सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा करने को तैयार है. सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठे लेकिन सदन और स्पीकर की गरिमा का ख्याल रखे. उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, हम चाहेंगे, देश भी चाहेगा कि भारत की संसद ये सत्र और आने वाले सभी सत्र, आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल देशहित में चर्चाएं करें, देश की प्रगति के लिए रास्ते खोले.
साथ ही पीएम मोदी ने कहा, 'भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान दिया, कितना सकारात्मक काम हुआ, उस तराजू पर तोला जाए. न कि मापदंड ये होना चाहिए कि किसने कितना जोर लगाकर सत्र को रोका. सरकार हर विषय पर चर्चा करने को तैयार है. सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठे लेकिन सदन और स्पीकर की गरिमा का ख्याल रखें.'
पीएम मोदी ने कहा, संसद का ये सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है. आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को पूरा करने के लिए देश का सामान्य नागरिक भी कोई न कोई दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है. ये अपने आप में भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभ संकेत है.
This is an important session of the Parliament. The citizens of the country want a productive session. They are fulfilling their responsibilities for a brighter future: PM Modi ahead of Winter Session
— ANI (@ANI) November 29, 2021
(Source: PM Modi's Twitter handle) pic.twitter.com/iYvD0ro1HU
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कोरोना पर पीएम मोदी ने कहा, पिछले सत्र में कोरोना के बाद 100 करोड़ वैक्सिन दिए अब 150 करोड़ की ओर बढ़ रहे है. नए वैरिएंट भी डरा रहा है. इससे सतर्क रहें. 80 करोड़ लोगो के घर मुफ्त खाना दिया जा रहा है.
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