Narendra Modi in Maldives: अपने कार्यकाल की दूसरी पारी की शुरुआत के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पहले विदेशी दौरे पर मालदीव (Maldives) पहुंचे. उनकी यह यात्रा भारत की 'पड़ोसी पहले' की नीति को दी जा रही महत्ता को दर्शाती है. पीएम मोदी का माले हवाईअड्डे पर विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने स्वागत किया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, 'चिरकालीन दोस्ती. प्रधानमंत्री नरेंद्र मादी मालदीव की राजधानी माले पहुंचे जहां विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. प्रधानमंत्री पिछली बार यहां नवंबर 2018 में राष्ट्रपति (इब्राहिम मोहम्मद) सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे.' पीएम मोदी को इस दौरान मालदीव का सर्वोच्च पुरस्कार 'रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन' से सम्मानित किया गया.
#WATCH President of Maldives, Ibrahim Mohamed Solih confers upon PM Narendra Modi, Maldives' highest honour accorded to foreign dignitaries, 'The Most Honourable Order of the Distinguished Rule of Nishan Izzuddeen'. pic.twitter.com/dzl79XZXzN
— ANI (@ANI) June 8, 2019
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मेरे दूसरे कार्यकाल के पहले विदेशी दौरे पर आपके सुंदर देश मालदीव आने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ. इस अवसर और आपके शानदार मेहमाननवाजी के लिए मैं मालदीव सरकार को बधाई देता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि मालदीव के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करके आपने मुझे ही नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष को गौरव दिया है. यह सम्मान मेरे लिए हर्ष और गौरव का विषय है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को हिंद महासागर की लहरों ने सांस्कृतिक संबंधों में बांधा है. सन 1988 में बाहरी हमला हो, या सुनामी जैसी कुदरती आपदा, या पीने की पानी की कमी. भारत हमेशा मालदीव के साथ रहा है और मदद के लिए आगे आया है. पीएम मोदी ने कहा कि मैं यह दोहराना चाहता हूं कि भारत मालदीव की हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि भारत हर हाल में हर समस्या में मालदीव के साथ खड़ा है. दोनों देशों के लोग विकास और स्थिरता चाहते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में संसदीय और मालदीव में राष्ट्रपति और मजलिस के चुनावों के जनादेश से साफ है कि दोनों देशों के लोग स्थिरता और विकास चाहते हैं. ऐसे में पीपल सेंट्रिक और समावेशी विकास तथा सुशासन की हमारी जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. पीएम ने कहा कि मैंने अभी राष्ट्रपति सोलिह के साथ विस्तृत और उपयोगी विचार-विमर्श किया. हमने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के साथ-साथ हमारे द्विपक्षीय सहयोग की विस्तार से समीक्षा की है. हमारी साझेदारी की भावी दिशा पर हमारे बीच पूर्ण सहमति है. राष्ट्रपति सोलिह के पद ग्रहण करने के बाद से द्विपक्षीय सहयोग की गति और दिशा में मौलिक बदलाव आया है.
Prime Minister Narendra Modi arrives at Male Airport. PM Modi is on his state visit to Maldives, this is his first overseas visit after his re-election. pic.twitter.com/BRNFyE9WJI
— ANI (@ANI) June 8, 2019
इस दो दिवसीय यात्रा का मकसद हिंद महासागर द्वीपसमूह के साथ संबंधों को और मजबूती प्रदान करना है. प्रधानमंत्री के रिपब्लिक स्क्वायर पर आगमन पर राष्ट्रपति सोलिह और मोदी ने एक-दूसरे का अभिवादन किया. वहां पहुंचने पर मोदी का आधिकारिक स्वागत किया गया. प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. विदेश मंत्री शाहिद ने ट्वीट किया कि मोदी की पहली विदेश यात्रा पर वेलाना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उनका स्वागत करना बड़े सम्मान की बात रही. उन्होंने कहा, 'इसमें कोई शक नहीं कि यह यादगार यात्रा होगी जिससे मालदीव-भारत संबंध नयी ऊंचाई हासिल करेंगे.'
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विदेश मंत्री शाहिद ने पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर टि्वटर पर कहा कि 'रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन' मालदीव का सर्वोच्च सम्मान है, जिसे विदेशी हस्तियों को दिया जाता है. प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि मालदीव की उनकी यात्रा भारत द्वारा अपनी 'पड़ोसी पहले' नीति को दी जा रही महत्ता को दर्शाती है. बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए बीते साल नवंबर में मालदीव आए थे, लेकिन यह यात्रा आठ वर्षों में द्विपक्षीय स्तर पर किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है.
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(इनपुट: भाषा)
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