प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह 11 बजे मन की बात के 112वें संस्करण के साथ देश की जनता को संबोधित कर रहे हैं. लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद यह पीएम मोदी की मन की बात का दूसरा एपिसोड है. मन की बात में पीएम मोदी ने सबसे पहले पेरिस ओलंपिक और ओलंपियाड के बारे में बात की है. इसके साथ ही उन्होंने ड्रग्स के खिलाफ सरकार की मुहिम मानस के बारे मे भी बताया. पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कई अन्य मुद्दों पर भी बात की.
ओलंपियाड और ओलिंपिक पर की बात
उन्होंने कहा, "International Mathematics Olympiad में 100 से ज्यादा देशों के युवा हिस्सा लेते हैं और Overall Tally में हमारी टीम top five में आने में सफल रही है. देश का नाम रोशन करने वाले इन छात्रों के नाम हैं - पुणे के रहने वाले आदित्य वेंकट गणेश, पुणे के ही सिद्धार्थ चोपड़ा, दिल्ली के अर्जुन गुप्ता, ग्रेटर नोएडा के कनव तलवार, मुंबई के रुशील माथुर और गुवाहाटी के आनंदो भादुरी."
चराईदेव के मैदाम को UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज बनाए जाने पर भी की बात
इसके बाद पीएम मोदी ने हाल ही में UNESCO द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा दिए जाने वाले अहोम सम्राज्य के चराईदेव मैदाम के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, "13वीं शताब्दी के शुरू होकर अहोम साम्राज्य 19वीं शताब्दी की शुरुआत तक चला. इतने लंबे कालखंड तक एक साम्राज्य का बने रहना बहुत बड़ी बात है. शायद अहोम साम्राज्य के सिद्धांत और विश्वास इतने मजबूत थे कि उसने इस राजवंश को इतने समय तक कायम रखा".
बता दें कि, "मैदाम, टीले नुमा एक ढांचा होता है, जो ऊपर मिट्टी से ढका होता है और नीचे एक या उससे ज्यादा कमरे होते हैं". ये मैदाम, अहोम साम्राज्य के दिवंगत राजाओं और गणमान्य लोगों के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है. अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान प्रकट करने का ये तरीका बहुत Unique है. इस जगह पर सामुदायिक पूजा भी होती थी.
उन्होंने कहा, "इसी वर्ष 9 मार्च को मुझे अदम्य साहस और शौर्य के प्रतीक महान अहोम योद्धा लसित बोरफुकन की सबसे ऊंची प्रतिमा के अनावरण का सौभाग्य मिला था. इस कार्यक्रम के दौरान अहोम समुदाय आध्यात्मिक परंपरा का पालन करते हुए मुझे अलग ही अनुभव हुआ था. लसित मैदाम में अहोम समुदाय के पूर्वजों को सम्मान देने का सौभाग्य मिलना मेरे लिए बहुत बड़ी बात है."
प्रोजेक्ट PARI पर पीएम मोदी ने की बात
इसके बाद पीएम मोदी ने Project PARI के बारे में बात की. उन्होंने कहा, "पब्लिक आर्ट को लोकप्रिय बनाने के लिए उभरते कलाकारों को एक मंच पर लाने का बड़ा माध्यम बन रहा है. आप देखते होंगे, सड़कों के किनारे, दीवारों पर, अंडरपास में बहुत ही सुंदर पेंटिंग्स बनी हुई दिखती हैं. ये पेंटिंग्स और ये कलाकृतियां यही कलाकार बनाते हैं जो PARI से जुड़े हैं. इससे जहां हमारे सार्वजनिक स्थानों की सुंदरता बढ़ती है. वहीं हमारी संस्कृति को और ज्यादा मशहूर बनाने में भी मदद मिलती है."
रंगों के बारे में भी की बात
पीएम मोदी ने 'मन की बात' में उन रंगों की भी बात की जिन्होंने हरियाणा के रोहतक जिले की ढ़ाई-सौ से ज्यादा महिलाओं के जीवन में समृद्धि के रंग भर दिए. हथकरघा उद्योग से जुड़ी ये महिलाएं पहले छोटी-छोटी दुकानें और छोटे-मोटे काम कर गुजारा करती थीं. इन्होंने 'UNNATI सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़कर ब्लॉक प्रिंटिंग और रंगाई में ट्रेनिंग हासिल की. कपड़ों पर रंगों का जादू बिखेरने वाली ये महिलाएं आज लाखों रुपए कमा रही हैं.
हैंडलूम के बढ़ते कारोबार पर पीएम मोदी ने की बात
इसके साथ ही पीएम मोदी ने हैंडलूम के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, "7 अगस्त को हम 'National Handloom Day' मनाएंगे. आज कल, जिस तरह हैंडलूम उत्पादों ने लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है, वो वाकई बहुत सफल और जबरदस्त है. अब तो कई निजी कंपनियां भी AI के माध्यम से हैंडलूम उत्पाद और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा दे रही हैं."
खादी ग्रामोद्योग के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "खादी ग्रामोद्योग का कारोबार पहली बार 1.5 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है और खादी की बिक्री 400% बढ़ी है. खादी की, हैंडलूम की, ये बढ़ती हुई बिक्री बड़ी संख्या में रोजगार के नए अवसर भी बना रही है. इस इंडस्ट्री से सबसे ज्यादा महिलाएं जुड़ी हैं, तो सबसे ज्यादा फायदा भी उन्हीं को हो रहा है".
ड्रग्स के खिलाफ सरकार की बड़ी मुहिम
सरकार ने एक विशेष केंद्र खोला है, जिसका नाम 'मानस' है. ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में ये बहुत बड़ा कदम है. कुछ दिन पहले ही 'मानस' की हेल्पलाइन और पोर्टल को लॉन्च किया गया है. सरकार ने एक टोल फ्री नंबर '1933' जारी किया है. इस पर कॉल करके कोई भी जरूरी सलाह ले सकता है या फिर rehabilitation से जुड़ी जानकारी ले सकता है.
एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के बारे में पीएम मोदी ने पिछले मन की बात में चर्चा की थी. इस पर उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले स्वच्छता के लिए प्रसिद्ध इंदौर में एक शानदार कार्यक्रम हुआ. यहां 'एक पेड़ माँ के नाम' कार्यक्रम के दौरान एक ही दिन में 2 लाख से ज्यादा पौधे लगाए गए.
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