NDA की बैठक के बाद PM मोदी ने राष्ट्रपति से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया है. NDA की बैठक में पीएम मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया है. इससे पहले NDA के सहयोगी दलों ने अपना समर्थन पत्र PM मोदी को सौंपा था.
सूत्रों के मुताबिक, नरेंद्र मोदी 9 जून को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. चुनाव परिणामों के अनुसार, बीजेपी ने 240 सीटें जीतीं और अपने सहयोगियों के साथ, वह 293 सीटों पर है. चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू ने अपने-अपने राज्यों में क्रमशः 16 और 12 सीटें जीतकर एनडीए को समर्थन दिया है.
इससे पहले संसद के पुराने भवन के सेंट्रल हॉल में हुए एनडीए सांसदों की बैठक में नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुन लिया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा संसदीय दल, एनडीए संसदीय दल और लोकसभा के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी को चुनने का प्रस्ताव एनडीए सांसदों की बैठक में रखा.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जेडीएस से एचडी कुमारस्वामी, टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जेडीयू नेता नीतीश कुमार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे, एनसीपी नेता अजित पवार, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, अपना दल (एस) से अनुप्रिया पटेल और जनसेना पार्टी से पवन कल्याण ने प्रस्ताव का समर्थन और अनुमोदन किया.
एनडीए सांसदों की बैठक में टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू हों या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, एनडीए के सभी सहयोगी दलों के नेताओं के साथ पीएम मोदी की जबरदस्त बॉन्डिंग भी देखने को मिली.
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