
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मार्च को मराठी नव वर्ष गुड़ी पड़वा के अवसर पर नागपुर जाने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय का दौरा कर सकते हैं. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एक ही मंच पर नजर आने की भी संभावना जताई जा रही है. राम मंदिर कार्यक्रम के बाद यह पहला मौका होगा जब दोनों नेता एक साथ मंच साझा करेंगे.
माधव नेत्रालय की आधारशिला रखेंगे पीएम
पीएम मोदी के नागपुर दौरे का मुख्य आकर्षण माधव नेत्रालय का आधारशिला समारोह होगा. यह नेत्रालय 5.83 एकड़ क्षेत्र में 517 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा. इसमें 250 बेड की सुविधा होगी, साथ ही एक चैरिटी वार्ड भी होगा जहां नाममात्र शुल्क पर लोगों को विश्व स्तरीय नेत्र देखभाल की सुविधा मिलेगी. इस परियोजना को अगले तीन वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है,.
RSS मुख्यालय और दीक्षाभूमि का दौरा संभव
कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी के रेशीमबाग स्थित आरएसएस मुख्यालय जाने की भी संभावना है. वहां वे आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के स्मृति मंदिर में श्रद्धासुमन अर्पित कर सकते हैं. इसके अलावा, पीएम के दीक्षाभूमि जाने की भी चर्चा है, जो बाबासाहेब आंबेडकर से जुड़ा एक महत्वपूर्ण स्थल है.
हाल ही में अपने एक पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने आरएसएस की जमकर प्रशंसा की थी. उन्होंने कहा था कि आरएसएस से उन्हें जीवन का उद्देश्य मिला. यह बयान उनकी इस यात्रा को और भी महत्वपूर्ण बनाता है.
नागपुर दौरा और इसका महत्व
पीएम मोदी का यह दौरा न केवल धार्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आरएसएस के साथ उनके गहरे जुड़ाव को भी दर्शाता है. गुड़ी पड़वा के अवसर पर यह यात्रा मराठी समुदाय के लिए भी खास मानी जा रही है. इस दौरे से न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी मजबूती मिलने की उम्मीद है. नागपुर दौरे को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और इसकी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है.
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