
- पीएम मोदी ने भावनगर में कहा कि जीएसटी दरों में कमी से इस बार त्योहारों की रौनक और बढ़ गई है.
- प्रधानमंत्री ने विदेशी निर्भरता को भारत का सबसे बड़ा दुश्मन बताया और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया.
- भारत के बंदरगाहों को वैश्विक समुद्री शक्ति के उदय की रीढ़ बताते हुए घरेलू उत्पादन पर बल दिया.
भावनगर में पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी दरों में कमी के कारण इस बार त्योहार की रौनक और बढ़ गई है. उत्सव के इसी माहौल में हम समुद्र से समृद्धि का महाउत्सव मना रहे हैं. इसके बाद पीएम ने हिंदी में भाषण देने के लिए भावनगरवासियों से क्षमा मांगते हुए कहा कि देश के सभी लोगों को जोड़ने के लिए वो हिंदी में भाषण दे रहे हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत आज समुद्र को बहुत बड़े अवसर के रूप में देख रहा है. थोड़ी देर पहले यहां पोर्ट लेड डेवलपमेंट को गति देने के लिए हजारों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और उदघाटन किया गया है. देश में क्रूज टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए आज मुंबई में इंटरनेशनल क्रूज टर्मिनल का भी लोकार्पण किया गया है.

इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि भारत का कोई दुश्मन नहीं है. भारत विश्व बंधुत्व की भावना से आगे बढ़ रहा है. सच्चे अर्थों में अगर हमारा कोई दुश्मन है तो वो है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता. यही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और हमें मिलकर भारत के इस दुश्मन निर्भरता को हराना ही होगा. हमें ये बात हमेशा दोहरानी है. जितनी ज्यादा विदेशी निर्भरता, उतनी ज्यादा देश की विफलता.

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के बंदरगाह, वैश्विक समुद्री शक्ति के तौर पर देश के उदय की रीढ़ हैं. चाहे चिप (सेमीकंडक्टर) हों या शिप हमें इन्हें भारत में ही बनाना होगा. भारत हर साल विदेशी कंपनियों को दुनियाभर में सामान भेजने के लिए छह लाख करोड़ रुपये चुका रहा है, जो हमारे रक्षा बजट के लगभग बराबर है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 50 साल पहले, देश का 40 प्रतिशत व्यापार भारत निर्मित जहाजों के माध्यम से होता था, जो अब घटकर पांच प्रतिशत रह गया है. कांग्रेस ने लाइसेंस राज जैसी पाबंदियां लगाकर भारत के प्रतिभावान लोगों के हौसलों को पस्त कर दिया. भारत की सभी समस्याओं का एकमात्र हल आत्मनिर्भरता है.
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