
- देश के 17वें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन में सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक मतदान हो रहा है.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मतदान की शुरुआत की और फिर बाढ़ प्रभावित हिमाचल तथा पंजाब के दौरे पर रवाना हुए.
- राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला है.
देश के 17वें उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज संसद भवन में वोटिंग हो रही है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले मतदान कर इसकी शुरुआत की. पीएम मोदी जब वोट डालने के लिए संसद भवन पहुंचे, तो उनके चहेरे पर विजयी जोश साफ नजर आ रहा था. पीएम मोदी ने पूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद मतदान किया. बता दें कि पीएम मोदी को आज बाढ़-बारिश प्रभावित हिमाचल और पंजाब के दौरे पर जाना है. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान सुबह 10 बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे समाप्त होगा. मंगलवार देर शाम तक नतीजे घोषित होने की उम्मीद है. लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य इस चुनाव में हिस्सा लेते हैं.
सी. पी. राधाकृष्णन, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हैं जिनका सीधा मुकाबला विपक्ष के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी से है. मतदान संसद भवन के कमरा संख्या एफ-101, वसुधा में हो रहा है. देश के 17वें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए, निर्वाचक मंडल में राज्यसभा के 233 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में पांच सीटें रिक्त हैं), तथा 12 मनोनीत सदस्य और लोकसभा के 543 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में एक सीट रिक्त है) शामिल हैं. निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य (वर्तमान में 781) हैं.

इस बार दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से हैं. राधाकृष्णन तमिलनाडु से जबकि रेड्डी तेलंगाना से हैं. संसद के हालिया मानसून सत्र के दौरान जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उप राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उनका कार्यकाल दो साल बचा हुआ था. इनके इस्तीफे के कारण यह चुनाव हो रहा है. विभिन्न दलों द्वारा दिए गए समर्थन को आधार बनाकर आंकड़ों के लिहाज से देखें, तो राजग उम्मीदवार का पलड़ा भारी है.
Voted in the 2025 Vice President election. pic.twitter.com/soCoJJmHSI
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2025
हालांकि, विपक्ष के उम्मीदवार रेड्डी ने बार-बार यह कहकर अपनी दावेदारी को मजबूत करने का प्रयास किया कि लड़ाई वैचारिक है तथा यह मतदान सिर्फ उप राष्ट्रपति चुनने के लिए नहीं है, बल्कि भारत की भावना के लिए है.

चुनाव से एक दिन पहले सोमवार को विपक्ष के सांसदों ने एकजुटकता प्रकट करते हुए बैठक की थी और ‘मॉक' (प्रतीकात्मक) मतदान में हिस्सा लिया था, ताकि मंगलवार को मतदान के बाद उनका एक-एक वोट वैध करार हो. विपक्षी सांसदों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि उनका वोट बर्बाद न हो, क्योंकि पिछली बार कुछ वोट अवैध घोषित कर दिए गए थे. इस बीच, राजग ने भी सोमवार को चुनाव प्रक्रिया की जानकारी देने के लिए अपने सांसदों की बैठक की थी. सदस्यों ने ‘मॉक' मतदान में भी भाग लिया था.
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