
- पीएम मोदी बिहार के गया, पटना और बेगूसराय जिलों में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे
- पीएम मोदी इसके बाद पश्चिम बंगाल के दौरे पर जाएंगे, जहां वो कई सौगात देंगे
- पीएम मोदी का ये इस साल सातवां बिहार दौरा है, जो कि चुनावी नजरिया से खास है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि गयाजी की गौरवशाली भूमि पर लोगों को नमन. बिहार में आज जिन प्रोजेक्ट्स का उद्धाटन या शिलान्यास हुआ है, उनसे बिहार के विकास को गति मिलेगी. इससे बिहार में रोजगार बढ़ेगा और लोगों का जीवन खुशहाल होगा. आरजेडी पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लालटेन राज में बिहार का बुरा हाल था. लोग अंधेरा होते ही घर से निकलने से डरते थे.
भ्रष्टाचार से निपटना के लिए कानून लाए, PM भी इसके दायरे में
पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार से निपटना है, तो कोई भी कार्रवाई से बाहर नहीं होना चाहिए. आज कानून है कि किसी भी सरकारी कर्मचारियों को 50 घंटे तक हिरासत में रख दिया, तो अपने आप वह सस्पेंड हो जाता है, ड्राइवर हो छोटा क्लर्क हो तो उसकी जिंदगी तबाह हो जाती है. कोई मुख्यमंत्री हो, मंत्री हो तो वह जेल में होकर भी सत्ता का सुख भोग सकता है, हमने देखा है कि कैसे जेल से ही फाइलों पर साइन किए जा रहे थे. जेल से ही सरकारी आदेश निकल जा रहे थे. नेताओं का अगर यही रवैया रहेगा, तो कैसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी जाएगी? संविधान पारदर्शिता की उम्मीद करता है, इसलिए एनडीए सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐसा कानून लाई है, इसके दायरे में देश का प्रधानमंत्री भी है. यह आरजेडी वाले कांग्रेस वाले लेफ्ट वाले इस कानून का विरोध कर रहे हैं. कौन नहीं जानता उनको किस बात का डर है. राजद और कांग्रेस वाले कोई बेल पर बाहर है, कोई अदालत के चक्कर लगा रहा है, जो जमानत पर बाहर घूम रहे हैं. वे इस कानून का विरोध कर रहे हैं. भ्रष्टाचारी जेल भी जाएगा और उसकी कुर्सी भी जाएगी. भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त होने का संकल्प देश के कोटि-कोटि लोगों का है, यह संकल्प सिद्ध होकर रहेगा.
'लालटेन वाले ने पूरे बिहार के भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया'
पीएम मोदी ने लालू यादव पर हमला करते हुए कहा, 'आप याद कीजिए लालटेन राज में यहां क्या दुर्दशा थी. लाल आतंक की वजह से लोग शाम में घर से नहीं निकलते थे. लालटेन राज में गया जी के लोग अंधेरे में डूबे रहते थे. लालटेन वाले ने पूरे बिहार के भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया था. न शिक्षा थी, न रोजगार था, बिहार की कितनी पीढि़यों को इन्होंने पलायन के लिए मजबूर कर दिया था. आपको याद होगा कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने मंच से कह दिया था, अपने राज्य में बिहार के लोगों को घुसने नहीं देंगे. बिहार के लोगों से कांग्रेस को इतनी नफरत, बिहार के लोगों के प्रति इतनी घृणा कोई भूल नहीं सकता.
पीएम मोदी ने CM नीतीश की तारीफ
पीएम मोदी ने बिहार के सीएम की तारीफ करते हुए कहा, 'बिहार के युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी देने के लिए नीतीश जी ने बड़ा अभियान चलाया हुआ है. यह नीतीश जी हैं, तभी यहां शिक्षकों की भर्ती भी पूरी पारदर्शिता के साथ हुई. यहां के नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में बिहार में ही रोजगार मिले, उन्हें नौकरी के लिए पलायन न करना पड़े, इसमें केंद्र सरकार की एक नई योजना से भी बहुत बड़ी मदद मिलने वाली है. पिछले सप्ताह इस 15 अगस्त से देश भर में प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना लागू हुई है, इसके तहत हमारे युवा जब निजी क्षेत्र में पहली नौकरी करेंगे तो केंद्र सरकार उन्हें 15000 रुपये देगी. जो प्राइवेट कंपनियां युवाओं को रोजगार देगी, उन्हें भी अलग से पैसे देगी, इसका बड़ा लाभ बिहार के युवाओं को भी होगा.
'पहले ही सरकारों ने कभी जनता के पैसों का मोल नहीं समझा'
कांग्रेस और राजद की सरकारों ने कभी जनता के पैसों का मोल नहीं समझा, इनके लिए जनता के पैसे का मतलब रहा है, खुद की तिजोरी भरना, इसलिए कांग्रेस राजद की सरकार में सालों साल तक परियोजनाएं पूरी नहीं होती थी. कोई योजना जितनी लटकती थी, उतना उसमें पैसे कमा लेते थे. अब इस गलत सोच को भी एनडीए सरकार ने बदल दिया है, शिलान्यास के बाद कोशिश होती है कि जल्द से जल्द समय सीमा में उसे काम को पूरा करने के लिए सफल प्रयास किया जाए.
आज का यह कार्यक्रम इसका भी शानदार उदाहरण है. ओंटा- सिमरिया ब्रिज का शिलान्यास करने का सौभाग्य बिहार के लोगों ने मुझे दिया था. इसका लोकार्पण करने का भी सौभाग्य आपने मुझे दिया. यह सिर्फ सड़कों को नहीं उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ने का काम करेगा. इससे व्यापार तेज होगा, उद्योगों को राहत मिलेगी और तीर्थ यात्रियों को पहुंचना आसान होगा.
बिहार की धरती से लिया था आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का संकल्प
पीएम मोदी ने कहा, ' बिहार चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य की धरती है. देश को जब-जब दुश्मनों ने चुनौती दी है, तब-तब बिहार उनके सामने ढाल बनकर खड़ा रहा है. कश्मीर में जब आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछ कर मारा था. तब मैंने बिहार की धरती से आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का संकल्प लिया था. दुनिया ने देखा कि हमने ये संकल्प पूरा का लिया है. ऑपरेशन सिंदूर की दौरान पाकिस्तान हम पर ड्रोन और मिसाइल अटैक कर रहा था और हमने उन्हें आसमान में ही तिनके की तरह बिखेर दिया. आतंकियों को अब हम पाताल में भी नहीं छोड़ेंगे. भारत की मिसाइलें उन्हें वहीं दफन करके रहेंगी.'

'गया जी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत बहुत समृद्ध'
पीएम मोदी ने गयाजी को लेकर कहा, 'ये धरती, अध्यात्म और शांति की धरती है. ये भगवान बुद्ध को बोध प्राप्त कराने वाली पावन भूमि है. गया जी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत बहुत समृद्ध है. यहां के लोगों की इच्छा थी कि इस नगरी को गया नहीं, गया जी कहा जाए. मैं इस निर्णय के लिए बिहार सरकार का अभिनंदन करता हूं. मुझे खुशी है कि गया जी के तेज विकास के लिए बिहार की डबल इंजन सरकार लगातार काम कर रही है.
इस अवसर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उनके साथ मौजूद रहे. पीएम मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब दोनों राज्यों में राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है. बिहार में राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा' जारी है, जबकि बंगाल में टीएमसी प्रवासियों के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है.
बिहार के गयाजी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले की सरकार में काम नहीं हुआ. लेकिन अब बिहार में बहुत काम हो रहा है. कई बड़ी परियोजनाओं उद्धाटन हुआ है. 2014 के बाद से बजट में बिहार के लिए विशेष प्रावधान देखने को मिला. मैं इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद देता हूं. मैं पीएम मोदी को नमन करता हूं. आप भी चुनाव में इन सब चीजों को ध्यान रखिएगा.

PM Modi Bihar Bengal Visit Live Updates--
बिहार में विकास और चुनावी तैयारी
पीएम मोदी का बिहार दौरा करीब चार घंटे का होगा, जिसमें वे गया, पटना और बेगूसराय जिलों में जाएंगे. इस दौरान पीएम बिहार को क्या-क्या सौगात देंगे-
- बक्सर में 660 मेगावाट की बिजली परियोजना (लागत: ₹6,880 करोड़)
- मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल
- मुंगेर में ₹520 करोड़ की लागत से बने एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क
- ₹1,260 करोड़ की शहरी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं
- गया-दिल्ली अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली-कोडरमा बौद्ध सर्किट ट्रेन
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 16,260 लाभार्थियों का गृह प्रवेश समारोह
- पटना के मोकामा में 8.15 किमी लंबा औंटा-सिमरिया पुल** (लागत: ₹1,870 करोड़)
यह पुल उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच भारी वाहनों की आवाजाही को आसान बनाएगा और यातायात जाम की समस्या को कम करेगा.
बंगाल में मेट्रो और एक्सप्रेसवे का विस्तार
बिहार के बाद प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल के दमदम पहुंचेंगे, जहां पीएम मोदी बंगाल को क्या सौगात देंगे, यहां जानिए-
- कोलकाता मेट्रो की तीन नई परियोजनाएं
- नोआपाड़ा-जय हिंद विमानबंदर
- सियालदह-एस्प्लेनेड
- बेलेघाटा-हेमंत मुखोपाध्याय मार्ग
- 13.61 किमी लंबे मेट्रो नेटवर्क का उद्घाटन
- हावड़ा मेट्रो स्टेशन पर नया सबवे
- ₹1,200 करोड़ की लागत वाली 7.2 किमी लंबी कोना एक्सप्रेसवे परियोजना का शिलान्यास
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर कहा कि कोलकाता के विकास के लिए उनकी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है. वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उद्घाटन समारोह से दूरी बना ली है, टीएमसी ने इसे बंगाल के प्रवासियों पर हो रहे कथित अत्याचारों से जोड़ा है.
पीएम मोदी का बिहार दौरा क्यों अहम
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आ चुके हैं और राहुल गांधी की यात्रा के बीच मोदी की रैली पर सबकी निगाहें टिकी हैं. वहीं बंगाल में संविधान संशोधन विधेयक को लेकर विपक्ष और केंद्र सरकार आमने-सामने हैं. ममता बनर्जी ने इसे ‘सुपर-इमरजेंसी' करार दिया है. भाजपा सूत्रों के अनुसार, यह मोदी का बिहार का 54वां और इस साल का सातवां दौरा है, जो पूर्वी भारत के विकास को उनकी प्राथमिकता दर्शाता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं