झारखंड के खूंटी में सुरक्षा बलों ने बुधवार तड़के उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के सबजोनल कमांडर लाका पाहन को एक मुठभेड़ में मार गिराया. वह 61 आपराधिक मामलों में वांछित था. पुलिस ने यह जानकारी दी. खूंटी के पुलिस अधीक्षक अमन कुमार ने बताया कि मुरहू थाना क्षेत्र के कोटा इंदीपिड़ी जंगल में आज तड़के पीएलएफआई के दस्ते के साथ सुरक्षा बलों की हुई मुठभेड़ में यह सफलता मिली.
उन्होंने ‘‘पीटीआई-भाषा'' को बताया कि पीएलएफआई उग्रवादियों की संदिग्ध गतिविधियों की गुप्त सूचना पर जब सुरक्षा बल आज तड़के कोटा इंदीपिड़ी जंगल पहुंचे तो संगठन के सदस्यों ने गोलीबारी शुरू कर दी. कुमार ने बताया कि सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में पीएलएफआई का सबजोनल कमांडर मारा गया. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ समाप्त होने के बाद पुलिस टीम ने तलाशी अभियान चलाया और एक शव बरामद किया जिसकी बाद में पीएलएफआई सबजोनल कमांडर लाका पाहन के रूप में हुई.
उन्होंने बताया कि पाहन को हाल में पीएलएफआई ने दक्षिणी छोटानागपुर जोनल समिति का सचिव बनाया था. कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में उसके अन्य सहयोगी भागने में कामयाब रहे. अमन कुमार के अनुसार लाका पाहन पर 61 मामले दर्ज थे. उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान जारी है और मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों ने एक पिस्तौल, उसकी नौ गोलियां, तमाम गोलाबारूद तथा दस्तावेज बरामद किये हैं.
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उन्होंने बताया कि लाका पाहन पूर्व में 2012 में जेल जा चुका था और 2020 में जेल से छूटने के बाद वह फिर से संगठन में शामिल होकर उग्रवादी गतिविधियों को अंजाम देने लगा था. अधिकारी ने बताया कि संगठन के पूर्व सब जोनल कमांडर जीदन गुड़िया के पुलिस मुठभेड़ में पिछले वर्ष मारे जाने के बाद संगठन में लाका पाहन को सब जोनल कमांडर बनाया गया था.
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