सोशल मीडिया और यूट्यूब (YouTube channels) जैसे प्लेटफॉर्म फर्जी खबरों का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुके हैं. हर दिन इन प्लेटफॉर्म के जरिए गलत सूचनाएं और फेक न्यूज (Fake News) फैलाई जाती हैं. सरकार लोगों को इनसे दूर रहने की सलाह देती रहती है. अब प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक टीम ने कई सारे YouTube को लेकर अलर्ट जारी किया है.
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कई पोस्ट में कुछ यूट्यूब चैनल के बारे में जानकारी दी है. फैक्ट चेक यूनिट ने 9 अलग-अलग ट्वीट थ्रेड में में कई सारे फैक्ट-चेक जारी किए. इन थ्रेड्स में फर्जी चैनलों की बताई गई जानकारी को पूरी तरह गलत ठहराते हुए उनकी असलियत बताई है. संबंधित YouTube चैनलों पर 83 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स थे. फर्जी खबर फैलाने वाले इन 9 यूट्यूब चैनलों का सच PIB ने सामने रखा है.
A #YouTube channel named 𝐀𝐚𝐩𝐤𝐞 𝐆𝐮𝐫𝐮𝐣𝐢 with more than 34.7 lakh subscribers and more than 𝟐𝟐 𝐜𝐫𝐨𝐫𝐞 views is regularly posting videos with fake information on the schemes being run by the Government of India
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 1, 2023
Here's a thread on such Fake videos 👇#PIBFactCheck pic.twitter.com/F7aiMHZyUp
PIB ने जिन चैनल को लेकर अलर्ट जारी किया है, उनमें aapke guruji, sansanilive, bj news, bharat ekta news, gvt news, ab bolega bharat, daily study जैसे चैनल शामिल हैं. PIB की ओर से कहा गया है कि इन सभी चैनल पर दी जाने वाली सभी जानकारियां पूरी तरह से गलत और भ्रामक हैं.
Yet another video of the channel claims that the Government will give people Rs. 55,000 rupees from November 8.#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 1, 2023
▪️This claim is Fake pic.twitter.com/4uVaRZEuK2
इन चैनल पर सरकार की कई ऐसी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई है जिन योजनाओं को सरकार ने लॉन्च ही नहीं किया है और न ही ऐसी कोई योजना है.
In a video, it is claimed that people will get Rs. 5,000 in their bank accounts.#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 1, 2023
▪️ This claim is Fake pic.twitter.com/cdJD1WhUYG
फैक्ट चेक यूनिट ने नौ अलग-अलग ट्वीट थ्रेड में में कई सारे फैक्ट-चेक जारी किए. इन थ्रेड्स में फर्जी चैनलों की बताई गई जानकारी को पूरी तरह गलत बताते हुए उनकी असलियत बताई गई है. ये चैनल मुख्य न्यायाधीश, प्रधानमंत्री, मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ फ़र्ज़ी खबर फैला रहे थे. कुछ राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाने, ईवीएम पर पाबंदी, केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफ़े, 200-500 के नोट पर पाबंदी, बैंकों को बंद करने से जुड़े फर्जी खबरें भी फैलाई जा रही हैं.
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