
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की दुनिया भर में चौतरफा निंदा हो रही है और दुनिया के कई सारे देश भारत के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. अमेरिका से लेकर रूस तक ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर बात करते हुए कहा, "मैं भारत और पाकिस्तान के बेहद करीब हूं और कश्मीर में वे एक हजार साल से लड़ रहे हैं, शायद उससे भी ज्यादा समय से. पहलगाम में हुआ हमला एक बुरा हमला था. मुझे यकीन है कि इसे किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे. मैं दोनों नेताओं को जानता हूं. पाकिस्तान और भारत के बीच बहुत तनाव है. लेकिन हमेशा से रहा है".
#WATCH | On #PahalgamTerroristAttack, US President Donald Trump says, "I am very close to India and I'm very close to Pakistan, and they've had that fight for a thousand years in Kashmir. Kashmir has been going on for a thousand years, probably longer than that. That was a bad… pic.twitter.com/R4Bc25Ar6h
— ANI (@ANI) April 25, 2025
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तुलसी गबार्ड, अमेरिकी खुफिया प्रमुख
दोषियों को सजा मिलेगी: रूस राष्ट्रपति
इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहलगाम हमले की निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि दोषियों को सजा मिलेगी. हम भारत के साथ खड़े हैं. इस हमले में घायल हुए लोगों के साथ पूरी संवेदना है और उनके जल्द ठीक होने की कामना करते हैं,
आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में इज़राइल भारत के साथ
My dear friend @narendramodi,
— Prime Minister of Israel (@IsraeliPM) April 22, 2025
I am deeply saddened by the barbaric terrorist attack in #Pahalgam, Jammu & Kashmir, that killed and injured dozens of innocents.
Our thoughts and prayers are with the victims & their families.
Israel stands with India in its fight against terrorism.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, मेरे प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी, मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूं, जिसमें दर्जनों निर्दोष लोग मारे गए और घायल हुए हैं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में इज़राइल भारत के साथ खड़ा है.
ईरान ने क्या कहा
पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच ईरान ने शुक्रवार को दोनों देशों से तनाव कम करने का आग्रह किया. सऊदी अरब ने भी भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता को लेकर चिंता जताई उसके विदेश मंत्री ने अपने भारतीय और पाकिस्तानी समकक्षों के साथ फोन पर बातचीत की. ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान ईरान के पड़ोसी हैं, जिनके बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध हैं. अन्य पड़ोसियों की तरह, हम उन्हें अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हैं.'
अराघची ने कहा कि तेहरान इस कठिन समय में दोनों के बीच बेहतर समझ के लिए इस्लामाबाद और नयी दिल्ली में अपने कार्यालयों का उपयोग करने के लिए तैयार है. भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव बढ़ने की आशंकाओं के बीच सऊदी विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान अल सऊद ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर तथा पाकिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद इशहाक डार से बात की. जयशंकर ने ‘एक्स' पर कहा, ‘‘ सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई. पहलगाम आतंकवादी हमले और इसके सीमा पार संबंधों पर चर्चा हुई.''
इस हमले से गहरा सदमा लगा
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर पहलगाम आतंकवादी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की और इस जघन्य कृत्य की निंदा की. फोन कॉल के बाद दिसानायके ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से गहरा सदमा लगा है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. श्रीलंका की एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ हमारी साझा प्रतिबद्धता को व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. हम इस कठिन समय में भारत के साथ खड़े हैं."
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन
इससे पहले शुक्रवार को ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर और नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ ने पीएम मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन किया.
The horrific terrorist attack in Kashmir today is utterly devastating.
— Keir Starmer (@Keir_Starmer) April 22, 2025
My thoughts are with those affected, their loved ones, and the people of India.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आवास 10 डाउनिंग स्ट्रीट द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, "ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने शुक्रवार सुबह भारत के पीएम मोदी से बात की. उन्होंने यह कहकर शुरुआत की कि वह मंगलवार (22 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर में हुए विनाशकारी आतंकवादी हमले से स्तब्ध हैं, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की दुखद मौत हो गई. उन्होंने ब्रिटिश लोगों की ओर से सभी प्रभावित लोगों, उनके प्रियजनों और भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. दोनों नेताओं ने संपर्क में रहने पर सहमति जताई."
नीदरलैंड के PM ने कहा ये कायराना हरकत
नीदरलैंड के प्रधानमंत्री शूफ ने भी इस कायराना हरकत की कड़ी निंदा की और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों को खारिज किया. विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री शूफ को उनके समर्थन और एकजुटता के शब्दों के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत करने के लिए नीदरलैंड के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर है.

शूफ ने कहा, "मैंने इस सप्ताह की शुरुआत में पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और पीड़ितों, उनके प्रियजनों और भारत के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. नीदरलैंड आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है, वर्तमान में और भविष्य में भी."
इससे पहले फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय और जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा सहित दुनिया के कई शीर्ष नेताओं ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी को फोन करके पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले पर अपनी संवेदना व्यक्त की.
एक्शन में भारत सरकार
- अपने जवाबी हमले में, भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है.
- साथ ही राजनयिक संबंधों को कम करने सहित पाकिस्तान के खिलाफ दंडात्मक उपायों की घोषणा की.
- भारत ने गुरुवार को 27 अप्रैल से पाकिस्तानी नागरिकों को जारी सभी वीजा रद्द करने की घोषणा की थी.
- पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर केंद्र सरकार द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया था.
- जिसके बाद पंजाब के अमृतसर में अटारी-वाघा सीमा चौकी मार्ग से कुल 191 पाकिस्तानी नागिरक स्वदेश लौटे.
- पाकिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द स्वदेश लौटने की सलाह दी.
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