राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को पद्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया और अधिकारियों ने कहा कि देश के हर कोने से विजेता चुने गये और सम्मान प्राप्त करने वाले 50 से अधिक लोग 40 जिलों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि इन 40 जिलों में छह ऐसे हैं जिनसे पहले कभी कोई पद्म पुरस्कार विजेता नहीं चुना गया. इनमें आंध्र प्रदेश के दो जिले अनकापल्ले और काकीनाडा, मध्य प्रदेश का उमरिया, महाराष्ट्र का रत्नागिरि, त्रिपुरा का खोवई तथा कर्नाटक का चिकबल्लापुर हैं.
LIVE: President Droupadi Murmu presents Padma Awards 2023 at Civil Investiture Ceremony-I at Rashtrapati Bhavan https://t.co/jtEQQtx1DP
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 22, 2023
अधिकारियों ने कहा कि पद्म पुरस्कारों की थीम यह है कि जिन्होंने अपना जीवन किसी क्षेत्र विशेष को समर्पित कर दिया है, उन्हें सम्मानित किया गया है. उन्होंने कहा कि 10 पुरस्कार प्राप्तकर्ता 90 वर्ष से अधिक आयु के हैं, वहीं 14 की उम्र 80 वर्ष से अधिक है.
मुर्मू ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा, जानेमाने उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला तथा प्रसिद्ध गायक सुमन कल्याणपुर समेत अन्य को पद्म पुरस्कारों से विभूषित किया. शेयर बाजार से जुड़े रहे राकेश झुनझुनवाला को मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
कुमार मंगलम बिरला, प्रोफेसर कपिल कपूर, आध्यात्मिक नेता कमलेश पटेल और सुमन कल्याणपुर को पद्म भूषण प्रदान किया गया. कपूर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अंग्रेजी के प्रोफेसर रहे हैं. उन्हें उच्च शिक्षा के भारतीयकरण और उसे भारत की ज्ञान प्रणाली से जोड़ने की दिशा में प्रयासों के लिए जाना जाता है.
पटेल ने दुनिया के सबसे बड़े ध्यान केंद्रों में से एक कान्हा शांति वनम विकसित किया है. वहीं, सुमन कल्याणपुर ने चार दशक लंबे करियर में हिन्दी, मराठी और 11 अन्य भाषाओं में गीत गाए हैं. नरेंद्र मोदी सरकार ने वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद समाज में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले गुमनाम हस्तियों को सम्मानित करने की पहल शुरू की थी. इसी पहल को आगे बढ़ाते हुए बैगा चित्रकारी की जानी मानी कलाकार जोधया बाई बैगा, छत्तीसगढ़ की पंदवाली एवं पंथी कलाकार उषा बारले, केरल के जनजातीय किसान रमण चेरूवयाल को पद्म श्री प्रदान किया गया.
गुजरात की माता नी पेचडी कला को बढ़ावा देने के लिए भानूभाई चुन्नी लाल चैतरा तथा संकुराथरी फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी संकुराथरी चंद्रशेखर को पद्म श्री प्रदान किया गया. राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के अलावा गृह मंत्री अमित शाह एवं कई अन्य केंद्रीय मंत्री मौजूद थे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस वर्ष गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने को मंजूरी दी थी. इनमें से 50 लोगों को बुधवार को पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री प्रदान किये गये. पद्म पुरस्कर तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं जिसमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री शामिल हैं. वर्ष 2019 के बाद सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न किसी को प्रदान नहीं किया गया है.पद्म पुरस्कार सामाजिक कार्यों, कला, सार्वजनिक मामलों, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, कारोबार एवं उद्योग, औषधि, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, लोक सेवा आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को दिया जाता है.
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