विज्ञापन
This Article is From May 22, 2021

कोरोना से जंगः थाईलैंड से तेलंगाना रवाना हुए क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर, MEIL की राज्य सरकार को बड़ी मदद

कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ जारी भारत की लड़ाई में थाईलैंड ने मदद का हाथ बढ़ाया है. थाईलैंड से तीन बड़े क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर तेलंगाना के लिए रवाना हो चुके हैं.

कोरोना से जंगः थाईलैंड से तेलंगाना रवाना हुए क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर, MEIL की राज्य सरकार को बड़ी मदद
कोरोना से जंगः थाईलैंड से तेलंगाना के लिए रवाना हुए ऑक्सीजन टैंकर।
हैदराबाद:

कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ जारी भारत की लड़ाई के बीच थाईलैंड से तीन बड़े क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर तेलंगाना के लिए रवाना हो चुके हैं. कोविड मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन टैंकर की यह आपूर्ति एक बड़ी राहत की खबर है. ऑक्सीजन के ये टैंकर डिफेंस एयरक्राफ्ट द्वारा लाए जा रहे हैं. एयरक्राफ्ट चंडीगढ़ से बैंकॉक के लिए रवाना हुए थे. टैंकरों को एयरक्राफ्ट में लोड कर हैदराबाद के लिए रवाना कर दिया गया है.

हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) द्वारा आयात किए जा रहे 11 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकरों का यह पहला बैच है. एमईआईएल ने कहा कि राज्य सरकार को ये टैंकर मुफ्त में दिए जा रहे हैं. प्रत्येक क्रायोजेनिक टैंकर की क्षमता 20,000 लीटर है और यह 1.4 करोड़ लीटर मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति कर सकता है. अगले कुछ दिनों में दो बैच में सात और टैंकरों के आने की उम्मीद है. 

कोरोना: लगातार 9वें दिन नए मामलों से ज्यादा ठीक होने वाले, एक दिन में सबसे ज्यादा टेस्ट

अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी ऑक्सीजन की सीमित उपलब्धता के कारण नहीं है, बल्कि ऑक्सीजन के परिवहन के लिए आवश्यक वाहनों की कमी के कारण भी है. मेघा इंजीनियरिंग के एक प्रेस बयान में कहा गया है कि "एक क्रायोजेनिक टैंकर बनाने में तीन महीने तक का समय लगता है", इन क्रायोजेनिक टैंकरों के बैचे ने इस तीन महीने के समय को कम कर दिया है. इससे अस्पतालों में भारी मात्रा में ऑक्सीजन की आवाजाही भी आसान होगी. 

फर्म ने यह भी कहा कि उन्होंने तेलंगाना को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए अपने अन्य सभी कार्यों को रोक दिया है. बोलारम में फर्म की निर्माण इकाई ओडिशा और अन्य राज्यों को भी ऑक्सीजन का उत्पादन और आपूर्ति कर रही है.

'ऐसे तो केवल व्यस्कों को टीका लगाने में 30 महीने लग जाएगें...', CM केजरीवाल की PM मोदी को चिट्ठी

एमईआईएल ने कहा कि 9 मई से 21 मई तक उन्होंने 29,694 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की है. क्रायोजेनिक ऑक्सीजन को निम्न और उच्च दबाव के विकल्प के साथ -196 डिग्री सेंटीग्रेड पर स्टोर किया जाता है. क्रायोजेनिक ऑक्सीजन की शुद्धता 99.5 प्रतिशत से अधिक बताई गई है. जिसे मेडिकल और इंडस्ट्रियल इस्तेमाल में लाया जा सकता है.

ऑक्सीजन एक्सप्रेस लेकर बेंगलुरु पहुंचीं दो महिला लोको पायलट

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com