ऑक्सीजन सप्लायर कंपनी INOX ने सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High court) में राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाया. कंपनी की ओर से कहा गया कि राजस्थान ने उसके टैंकर जब्त किए. हरियाणा नंबर प्लेट वाले चार टैंकरों को राजस्थान ने जब्त कर लिया जब वे भिवाड़ी से जा रहे थे जबकि दिल्ली को हमारा आवंटन कम कर दिया गया है, हमारे आवंटन को यूपी और राजस्थान में बढ़ा दिया गया है. हाईकोर्ट में ऑक्सीजन संकट पर सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि किसी भी राज्य सरकार या अथॉरिटी के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज की जा सकती है जो ऑक्सीजन टैंकरों को रोकते या जब्त करते हैं.
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि राजस्थान पुलिस द्वारा ऑक्सीजन के चार टैंकर रोकना मानव जीवन को खतरे में डालना है. इससे कोई मकसद हल नहीं होगा. केंद्र सरकार पहले ही आदेश जारी कर चुकी है कि ऑक्सीजन सप्लाई बाधित नहीं होगी
. ऐसे में केंद्र सरकार कड़ी कार्रवाई करे. INOX की ओर से यह भी कहा गया कि कोरोनावायरस से उपजे संकट के दौरान वे 'देशभर में 800 अस्पतालों को ऑक्सीजन सप्लाई कर रहे हैं, और सिर्फ दिल्ली वाले ही' शिकायत कर रहे हैं. कंपनी ने कहा कि, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि दिल्ली की सप्लाई में कटौती केंद्र सरकार ने की है और उनका अधिकतर उत्पादन उत्तर प्रदेश को आवंटित कर दिया है.
सुनवाई के दौरान जयपुर गोल्डन अस्पताल ने दिल्ली सरकार पर सही आपूर्ति न करने का आरोप लगाया. उसकी ओर से कहा गया कि हम सप्लायर से संपर्क नहीं कर पा रहे, इसकी वजह से 21 जान गईं. उपमुख्यमंत्री कहते हैं कि बेवजह अस्पताल SoS ना करें तो क्या हम मौत होने के दो घंटे बाद ऑक्सीजन मांगें. अस्पताल ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार समस्या को हल करने की बजाए बढ़ा रही है. सुनवाई के दौरान महाराजा अग्रसेन अस्पताल की ओर से कहा गया कि हमारे लोगों ने एक टैंकर का इंतजाम किया था. हमने दिल्ली सरकार से अफसरों तक, सबको संदेश भेजा. किसी ने मदद नहीं की.वो किसी दूसरे राज्य ने ले लिया.
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