ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड बिना किसी शारीरिक दुष्प्रभाव के 90% तक प्रभावी हो सकती है. ब्राजील और ब्रिटेन में हुए परीक्षणों के आधार पर कंपनी ने सोमवार को यह दावा किया. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute Of India) के साथ एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) की साझेदारी है औऱ कोविशील्ड के टीके का परीक्षण चल रहा है.
यह भी पढ़ें- ऑक्सफोर्ड के टीके कोविशील्ड के अंतिम परीक्षण की तैयारी तेज, सीरम और ICMR ने मिलाया हाथ
कंपनी ने कहा, ब्रिटेन, ब्राजील में अंतिम चरण के परीक्षणों के दौरान जिन वालंटियर को कोविशील्ड (Covishield)वैक्सीन की आधी खुराक दी गई, उनमें टीके को 90 फीसदी तक असरदार पाया गया. दूसरी खुराक एक महीने बाद दी गई और औसत स्तर पर टीका 70 फीसदी तक प्रभावी पाया गया है.लंदन
एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) का कहना है कि वैक्सीन लेने वाले वालंटियर में कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं पाया गया. दोनों ही खुराक के दौरान सामान्यतया मरीजों में कोई खास परेशानी नहीं देखी गई. एस्ट्राजेनेका के सीईओ पास्कल सोरियट ने कहा, वैक्सीन के असर और सुरक्षा के हिसाब से इसे कोविड-19 के खिलाप जंग में बेहद प्रभावकारी माना जा रहा है. यह पूरी दुनिया में पैदा हुई हेल्थ इमरजेंसी पर अच्छा असर डाल सकती है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute Of India) भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में टीकों की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी है. सीरम ने एस्ट्राजेनेका, गेट्स फाउंडेशन और गावी वैक्सीन एलायंस के साथ कोविशील्ड की एक अरब खुराक तैयार करने का समझौता कर रखा है.
I am delighted to hear that, Covishield, a low-cost, logistically manageable & soon to be widely available, #COVID19 vaccine, will offer protection up to 90% in one type of dosage regime and 62% in the other dosage regime. Further details on this, will be provided this evening. https://t.co/KCr3GmROiW
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) November 23, 2020
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने सोमवार को कहा कि 'आज हम लोगों ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अहम पड़ाव पार कर लिया है. आधी खुराक के बाद कोविशील्ड ने 90 फीसदी तक असर दिखाया है, जबकि दो खुराक के बाद अंतरिम डेटा दिखाता है कि ऑक्सफोर्ड वैक्सीन 70.4% प्रभावी है.
तीन अरब खुराक तैयार करने का लक्ष्य
यूनिवर्सिटी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'Astrazenca के साथ साझेदारी में हम अगले साल के अंत तक 3 अरब खुराक दुनिया भर में उपलब्ध कराने की आशा कर रहे हैं. ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को फ्रिज के तापमान पर रखा जा सकता है और वर्तमान में मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर के सहारे ही इसका आवागमन कराया जा सकता है.'
परीक्षण के नतीजों की विशेषज्ञ समीक्षा करेंगे
ऑक्सफोर्ड ने बताया कि 23,000 वॉलंटियर्स पर किए ट्रायल के रिपोर्ट के आधार पर तैयार किए गए सेफ्टी डेटाबेस को स्वतंत्र समीक्षा के लिए पेश किया जाएगा. हम इसे जल्द से जल्द पब्लिकेशन के लिए सबमिट करने की योजना बना रहे हैं, ताकि इसके डेटा की समीक्षा की जा सके.
This project is the result of global collaboration and support from partners, funders and researchers around the world. We're grateful for their cooperation and hard work - without them, the #OxfordVaccine wouldn't have been possible.
— University of Oxford (@UniofOxford) November 23, 2020
यूनिवर्सिटी ने इस वैक्सीन को डेवलप करने के लिए दुनियाभर के अपने साझेदारों और शोधकर्ताओं को धन्यवाद अदा किया.
Video: दवा कंपनी Moderna ने कहा, 94 फीसदी से ज्यादा प्रभावी है हमारी कोरोना वैक्सीन
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं