सूडान (Sudan) में जारी गृह युद्ध के दौरान भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) चलाया जा रहा है. ऑपरेशन कावेरी के तहत युद्ध प्रभावित सूडान से भारतीय यात्रियों के लौटने का सिलसिला जारी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक सूडान से सुरक्षित भारत पहुंचे 1191 भारतीयों में से 117 यात्री ऐसे हैं, जिन्हें क्वारंटीन किया गया है. सूडान से लौटे इन 117 यात्रियों ने यलो फीवर का टीका नहीं लगवाया था. ऐसे में सरकार ने एहतियातन कदम उठाते हुए इन्हें क्वारंटीन किया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इन सभी लोगों को सात दिनों के लिए क्वारंटीन किया गया है. यदि सब कुछ ठीक रहा और इनमें कोई लक्षण नहीं दिखे तो इन्हें छोड़ दिया जाएगा. सरकार की ओर से क्वारंटीन किए गए यात्रियों से किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा.
सूडान में सत्ता को लेकर संघर्ष
सूडान में सेना और अर्द्धसैनिक समूह के बीच सत्ता को लेकर भीषण संघर्ष छिड़ा हुआ है. हालांकि, दोनों पक्षों के 72 घंटे के संघर्ष विराम पर सहमत होने के बाद भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकालने के प्रयास तेज कर दिए. ऑपरेशन कावेरी में भारतीय नौसेना के तीन जहाज आईएनएस सुमेधा, आईएनएस तेग और आईएनएस तरकश शामिल हैं. इसके अलावा वायु सेना के दो सी130जे विमान भी इस अभियान में शामिल हैं.
दिल्ली सहित 3 जगहों पर नियंत्रण कक्ष
साथ ही भारत ने सूडान की स्थिति को लेकर दिल्ली में एक चौबीस घंटे चलने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. साथ ही एक नियंत्रण कक्ष पोर्ट सूडान और एक अन्य सऊदी अरब के जेद्दा में स्थापित किया गया है.
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