चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) का सोमवार को दिन के 2 बजकर 43 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से सफलता पूर्वक प्रक्षेपण कर दिया गया. चंद्रयान को सबसे शक्तिशाली रॉकेट जीएसएलवी-मार्क III-एम1 दूसरे लॉन्च पैड से लेकर रवाना हुआ है. इस मौके पर देशवासियों में खुशी की लहर है वहीं पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत कई राजनेताओं ने इसरो और उसके वैज्ञानिकों को इस महत्वाकांक्षी मिशन के लिए शुभकामनाएं दी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑफिस से ही टीवी पर चंद्रयान-2 के लॉन्च की लाइव कवरेज देखी. पीएम ने एक ऑडियो संदेश जारी कर इसरो प्रमुख और उनकी टीम को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग तकनीक कारणों से टलने के बादजूद चंद्रमा पर इसके पहुंचने की तारीख में कोई बदलाव नहीं आया है. पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा, भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है. चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण से आज पूरा देश गौरवान्वित है.
चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, चंद्रयान 2 अद्वितीय है क्योंकि यह चांद के दक्षिणी ध्रुव का अध्ययन करेगा. यह मिशन चंद्रमा के बारे में नया ज्ञान देगा.
भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है।
— Narendra Modi (@narendramodi) July 22, 2019
चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण से आज पूरा देश गौरवान्वित है।
मैंने थोड़ी देर पहले ही इसके लॉन्च में निरंतर तन-मन से जुटे रहे वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें पूरे देश की ओर से बधाई दी। #Chandrayaan2 https://t.co/50UodlbH0y
#Chandrayaan2 is unique because it will explore and perform studies on the south pole region of lunar terrain which is not explored and sampled by any past mission.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 22, 2019
This mission will offer new knowledge about the Moon.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, श्रीहरिकोटा से चन्द्रयान-2 का ऐतिहासिक प्रक्षेपण हर भारतीय के लिए एक गर्व का क्षण है। भारत के स्वदेशी अंतरिक्ष कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए इसरो के सभी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। मेरी कामना है कि टेक्नॉलॉजी के नए-नए क्षेत्रों में ‘इसरो', नित नई ऊंचाइयों तक पहुंचे.
एक अन्य ट्वीट में राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से ट्वीट किया गया, 'चंद्रयान-2 अब से लगभग 50 दिनों में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के करीब उतरने वाला पहला अंतरिक्ष-यान होगा। आशा है यह मिशन नई खोजों को जन्म देगा और हमारी ज्ञान प्रणालियों को समृद्ध करेगा। मैं चंद्रयान-2 टीम की सफलता की कामना करता हूँ.'
चंद्रयान-2 अब से लगभग 50 दिनों में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के करीब उतरने वाला पहला अंतरिक्ष-यान होगा। आशा है यह मिशन नई खोजों को जन्म देगा और हमारी ज्ञान प्रणालियों को समृद्ध करेगा। मैं चंद्रयान-2 टीम की सफलता की कामना करता हूँ — राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 22, 2019
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट करते हुए लिखा, जय विज्ञान, जय अनुसंधान ! चंद्रयान-2 के ऐतिहासिक प्रक्षेपण पर इसरो के वैज्ञानिक दल का बहुत अभिनंदन। आज देश गौरवान्वित है और गौरव का यह पल देश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा.
जय विज्ञान, जय अनुसंधान ! #Chandrayaan2 के ऐतिहासिक प्रक्षेपण पर @isro के वैज्ञानिक दल का बहुत अभिनंदन। आज देश गौरवान्वित है और गौरव का यह पल देश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। @PMOIndia #ISRO #ISROMissions #GSLVMkIII pic.twitter.com/Cjbz0WtBI4
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) July 22, 2019
सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा, 'इसरो के वैज्ञानिकों का हार्दिक अभिनन्दन। चंद्रयान २ का सफल प्रक्षेपण करके भारत अंतरिक्ष की महाशक्ति बन गया है। इस मिशन की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं.
इसरो के वैज्ञानिकों का हार्दिक अभिनन्दन। चंद्रयान २ का सफल प्रक्षेपण करके भारत अंतरिक्ष की महाशक्ति बन गया है। इस मिशन की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं। @isro
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 22, 2019
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, श्रीहरिकोटा से चंद्रयान 2 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई. टीम इसरो ने चंद्रमा के लिए इस महत्वाकांक्षी और स्वदेशी मिशन के शुभारंभ के साथ भारत के अंतरिक्ष इतिहास में एक नया अध्याय लिखा। राष्ट्र को अपने वैज्ञानिकों और टीम इसरो पर बहुत गर्व है.
Congratulations to ISRO scientists on flawless launching of #Chandrayaan2 from Sriharikota
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 22, 2019
Team ISRO scripted a new chapter in India's space history with the launch of this ambitious and indigenous Mission to Moon.
The nation is extremely proud of its scientists and Team ISRO.
बता दें चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी हिस्से पर सितंबर के पहले हफ्ते में सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. यह चांद का ऐसा हिस्सा है जहां इससे पहले किस भी देश का कोई यान नहीं पहुंचा है. भारत के इस मिशन की लागत 978 करोड़ रुपये है. एक सप्ताह पहले 15 जुलाई को तकनीकी गड़बड़ी आने के बाद चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण 56 मिनट 24 सेकंड पहले रोक दिया गया था.
वीडियो: पीएम मोदी ने लाइव टीवी पर देखी चंद्रयान 2 की लॉन्चिंग, वैज्ञानिकों को दी बधाई
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं