ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या अब 288 हो गई है, जबकि 803 लोग अभी भी घायल है. सभी घायलों का बालासोर और कटक के अस्पतालों में इलाज चल रहा है. घटनास्थल पर शुक्रवार रात से ही राहत और बचाव कार्य जारी है. राहत और बचाव कार्य के बीच ओडिशा के फायर सर्विसेज के डीजी के एक बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा है कि हम लोग कल से ही पटरी से उतरी बोगियों को उठाने के प्रयास में लगे थे लेकिन जो क्रेन हमारे पास हैं उनसे वो इन बोगियों को नहीं उठाया जा सका. बोगी ना उठा पाने की वजह से हादसे के बाद से कई लोग इन बोगियों के नीचे ही फंसे हुए हैं. हालांकि, शनिवार दोपहर तक हमारे पास रेलवे की क्रेन आई हैं. जिससे हम बोगियों को उठाने की कोशिश में लगे हैं.
"अभी आए हैं रेलवे के क्रेन और इंजीनियर"
ओडिशा सरकार के डीजी, फायर सर्विसेज, सुधांशु सारंग ने कहा कि अभी राहत और बचाव कार्य जारी है. हमें गिरी हुई बोगियों को उठाकर देखना है कि इसके नीचे और क्या है. अभी रेलवे का क्रेन आया है. हम एक एक करके उठाएंगे. अब उम्मीद नहीं है कि इन बोगियों के नीचे कोई जिंदा है. हम लोग उदास हैं. इतने शवों को देखने का कोई अनुभव तो था नहीं. रेलवे के क्रेन के आने के बाद अब इन बोगियों को उठाने में तीन से चार घंटे और लगेंगे. अब इन क्रेन पर निर्भर करता है कि ये बोगियों को उठा पाते हैं या नहीं. क्योंकि हमने कल से एक दो क्रेन लगाकर इन बोगियों को उठाने की कोशिश की थी लेकिन वो क्रेन इन बोगियों को नहीं उठा पाए. हालांकि, अभी रेलवे के इंजीनियर और बड़े क्रेन आए हैं जिनसे अब हम इन बोगियों को हटाने का प्रयास करेंगे.
"पीएम ने की घायलों से मुलाकात"
बता दें कि पीएम मोदी ने आज ओडिशा के कटक में बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के घायलों से अस्पताल में मुलाकात की. इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, "यह एक दर्दनाक घटना है. सरकार घायलों के इलाज के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी. यह एक गंभीर घटना है, इसकी हर तरह से जांच के निर्देश जारी किए गए हैं. दोषी पाए जाने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. रेलवे ट्रैक की बहाली की दिशा में काम कर रहा है. मैंने घायल पीड़ितों से मुलाकात की है."
पीएम मोदी प्रेस से बात करते हुए भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि, ''अनेक राज्यों के नागरिकों ने इस यात्रा में कुछ न कुछ गंवाया है. जिन लोगों ने अपना जीवन खोया है, यह बहुत बड़ा दर्दनाक और वेदना से भी परे मन को विचलित करने वाला है. जिन परिवार जनों को इंज्युरी हुई है, उनके लिए भी, सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. जो परिजन हमने खोए हैं, वो वापस नहीं लाय पाएंगे, लेकिन सरकार उनके दुख में, परिजनों के दुख में उनके साथ है.''
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