NEET-UG 2024 : सुरभि कुमारी. झारखंड की एक होनहार लड़की. नीट निकाला. 56वां रैंक लाकर झारखंड के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में दाखिला मिला. मां-बाप खुश थे. सब ठीक चल रहा था. कुछ साल बाद देश की बेहतरीन डॉक्टरों में शुमार होती, लेकिन थोड़े से लालच ने सबकुछ बर्बाद कर दिया. सॉल्वर गैंग ने कुछ मुन्नाभाइयों को पास करवाने के लिए सुरभि समेत देश के 5 होनहार छात्रों का करियर तबाह कर डाला.
कौन है सुरभि कुमारी?
सुरभि मूल रूप से रामगढ़ के पास पतरातू की रहने वाली है. उसका परिवार कुछ वर्षों से रामगढ़ के भरेचनगर में रह रहा है. पिछले ही साल उसने नीट परीक्षा में ऑल इंडिया 56वां रैंक हासिल किया तो परिवार को हर किसी ने बधाई दी. सभी को उम्मीद थी कि वो आगे जाकर बड़ी डॉक्टर बनेगी और रामगढ़ का खूब नाम कमाएगी. उसका दाखिल रिम्स में हो गया. मेडिकल कॉलेज में भी वह मेघावी साबित हुई. क्लास में वह विषयों को आसानी से समझ लेते थे. प्रोफेसर भी उसे पसंद करते थे और उसके भविष्य को लेकर निश्चिंत थे, मगर इसी बीच उसकी मुलाकात सॉल्वर गैंग से हो गई. सुरभि की मेधा का इस्तेमाल करने के लिए सॉल्वर गैंग ने न जाने उसे क्या ऑफर मिला कि वह इस दलदल में कूद गई. इस साल नीट परीक्षा का रिजल्ट आया तो हंगामा मच गया. रिजल्ट में कई खामियों को लेकर छात्र सड़क पर उतर गए. मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया. केंद्र सरकार हरकत में आई और मामला सीबीआई को दे दिया गया. सीबीआई अपनी छानबीन करते-करते सुरभि तक पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया. आज उसे पटना कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने सुरभि को 3 दिनों की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. अब वह सीबीआई के सवालों का जवाब दे रही है.
नीट पेपरलीक पर क्या बोली?
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को सुरभि ने बताया है कि उसे प्रश्नों के उत्तर सॉल्व करने के लिए 10 लाख रुपये का ऑफर किया गया था. हालांकि, उसने ऐसा करने से मना कर दिया था. बाद में सॉल्वर गैंग के लोगों ने उसे हथियार दिखाकर धमकी दी तो वह मान गई. उसे हजारीबाग के एक घर में आंखों पर पट्टी बांधकर ले जाया गया. वहां कई अन्य भी प्रश्न पत्र हल करने के लिए छात्र-छात्राएं मौजूद थे. इनमें से कोई उसकी जान-पहचान का नहीं था. फिर मई में उसे नीट परीक्षा के दो-तीन पहले कोडरमा लाया गया और होटल में रखा गया. फिर कोडरमा से हजारीबाग लाया गया और प्रश्नों को सॉल्व कराया गया. उसने रुपये मिलने की बात भी स्वीकार की है. हालांकि, सीबीआई का मानना है कि सुरभि खुद को बचाने के लिए धमकी मिलने और आंखों पर पट्टी बांधने की बातें बोल रही है. अब तीन दिन की रिमांड में सीबीआई उससे सच उगलवाने की कोशिश करेगी.
ऐसे ही 4 और छात्रों का भविष्य बर्बाद
18 जुलाई को ही सीबीआई (CBI) ने पटना एम्स के 4 एमबीबीएस स्टूडेंट्स (MBBS students) को नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया था. सीबीआई इनसे भी पूछताछ कर रही है. 3 छात्र 2021 बैच थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स हैं तो वही एक छात्र सेकेंड ईयर का है. गिरफ्तार छात्रों में चंदन कुमार (थर्ड ईयर), राहुल कुमार (सेकेंड ईयर), करण जैन (थर्ड ईयर ), कुमार शानू (थर्ड ईयर) है. हाल ही में पटना से पंकज उर्फ आदित्य गिरफ्तार हुए था. उसने प्रश्न पत्र चोरी करने के बाद पेपर इन चारों एमबीबीएस के छात्रों को सॉल्व करने के लिए दिया था. इतने सारे एमबीबीएस छात्रों को सॉल्वर गैंग ने इसलिए हायर किया था कि अगर कोई एक छात्र किसी प्रश्न पर अटके तो किसी अन्य से उसे सॉल्व कराया जा सके. साथ ही उत्तरों को क्रॉस चेक भी किया जा सके. हालांकि, सॉल्वर गैंग के चक्कर में इन मेधावी छात्रों का भविष्य खराब हो गया.
दो और मेडिकल छात्र आज गिरफ्तार
NEET पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) में सीबीआई सॉल्वर गैंग (Solver Gang) के खिलाफ अपना शिकंजा लगातार कस रही है. पेपर लीक मामले में सीबीआई ने तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई के सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी है. गिरफ्तार दो आरोपी मेडिकल के छात्र हैं और सॉल्वर गैंग का हिस्सा थे. सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि जिन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वह सभी झारखंड के हजारीबाग में पेपर सॉल्व करने के लिए एग्जाम के दिन 5 मई को सुबह मौजूद थे. गिरफ्तार आरोपियों में कुमार मंगलम बिश्नोई, दीपेंद्र कुमार और शशि कुमार पासवान शामिल हैं. इनमें से कुमार मंगलम बिश्नोई और दीपेंद्र कुमार भरतपुर मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं.
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