भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 'द इंडिया सेंचुरी' (NDTV World Summit 2024 'The India Century') में कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल बढ़ना बेहद जरूरी है. ये नई तरह के और नए स्केल पर नौकरियां लेकर आएगा. उन्होंने कहा कि एआई का उपयोग बेहतर समाज और मानव विकास में सुधार के लिए किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, "एआई का उपयोग केवल एलएलएम बनाने के लिए ही नहीं किया जाना चाहिए. ये बहुत महत्वपूर्ण है कि हम नागरिकों के जीवन को बदलने के लिए एआई की मदद लें."
ये पूछे जाने पर कि क्या एआई मौजूदा समय की नौकरियों को प्रभावित करेगा, उन्होंने कहा कि एआई अनिश्चित है, लेकिन ये नई तरह की नौकरियां लाएगा और इसलिए हमें डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, आदि क्षेत्रों में कई और कुशल लोगों को तैयार करने की जरूरत है. हमारे कई आईआईटी आज ये कर रहे हैं."
पीएम ने कहा, "दुनिया और हमारे पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तो है ही, लेकिन हमारा एक दूसरा एआई भी है. यानी एस्पिरेशनल इंडिया. जब ये दोनों मिलते हैं, तो ये भारत के विकास को गति देता है."
वहीं एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में शामिल हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल के प्रमुख सुनील भारती मित्तल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर कहा कि ये अर्थव्यवस्था, राजनीति और भू-राजनीति के लिए काफी प्रमुख होने वाला है. एआई का दुरुपयोग भी होगा, इसीलिए हमें और अधिक सतर्क रहना होगा.
उन्होंने एनडीटीवी से कहा, "4 ट्रिलियन डॉलर से 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक बढ़ने का मतलब है कि आपकी जीडीपी को नौ गुना बढ़ाना होगा. आपकी प्रति व्यक्ति आय आठ गुना और विनिर्माण क्षेत्र को 16 गुना तक बढ़ाना होगा. ये चुनौती है और उससे पार पाना है. भारत को (वैश्विक) वैल्यू चेन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनने की जरूरत है."
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