महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को कहा कि ‘‘आखिरी चुनाव को लेकर भावनात्मक अपील'' के बारे में उनके बयान की गलत व्याख्या की गई. इस बयान पर राकांपा के शरद पवार गुट ने नाराजगी जताई थी. रविवार को बारामती में एक सभा को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा, “मुझे नहीं पता कि कुछ लोग कब रुकने वाले हैं. हो सकता है कि कोई भावनात्मक अपील हो कि ये आखिरी चुनाव होगा. पता नहीं कौन सा आखिरी चुनाव होगा.”
उनकी इस टिप्पणी को 83 वर्षीय शरद पवार पर तंज के रूप में देखा गया. पलटवार करते हुए शरद पवार गुट के विधायक जितेंद्र अव्हाड ने दावा किया था कि उपमुख्यमंत्री ने अपनी टिप्पणियों से ‘‘शालीनता की सभी सीमाएं लांघ दी हैं.''
अव्हाड ने रविवार को कहा, “अजित पवार को अपनी अमानवीय टिप्पणियों के बारे में अवश्य सोचना चाहिए जिसमें उन्होंने कथित तौर पर शरद पवार की मृत्यु के लिए प्रार्थना की थी. महाराष्ट्र अब जानता है कि अजित पवार किस तरह के आदमी हैं.”अजित पवार ने सोमवार को ‘एक्स' पर कहा, “मैंने कल जो कहा था उसका गलत मतलब निकाला गया. शुरुआत से ही, जब राकांपा एकजुट थी, मैंने हमेशा कहा है कि वरिष्ठ नेताओं को शारीरिक परिश्रम के बारे में सोचना चाहिए और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए. मैंने यह राय पहले भी व्यक्त की थी.”
अव्हाड का नाम लिए बिना उपमुख्यमंत्री ने कहा, “लेकिन कुछ लोग वरिष्ठ नेताओं को अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश करते हैं. ये बातें उन्हें मालूम नहीं होंगी. मैं समय-समय पर उनके बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त करता रहा हूं लेकिन कुछ लोगों को चीजों को घुमाने की आदत होती है लेकिन मुझे ऐसे नाटकीय लोगों की परवाह नहीं है.” अजित पवार ने कहा कि उन्होंने यह पोस्ट इसलिए लिखा है क्योंकि ‘‘आम लोगों को मेरी भावनाएं पता चलनी चाहिए.''
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