
- नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट इस महीने के आखिर तक शुरू हो जाएगा. यह भारत की बड़ी परियोजनाओं में शामिल है.
- एयरपोर्ट कुल 2,865 एकड़ क्षेत्र में फैला होगा और चार टर्मिनलों के जरिए सालाना नौ करोड़ यात्रियों को सेवा देगा.
- NMIA और छत्रपति शिवाजी महाराज एयरपोर्ट मिलकर 2032 तक 15-16 करोड़ यात्रियों को संभालेंगे.
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (Navi Mumbai International Airport) सितंबर के अंत तक उद्घाटन के लिए तैयार हो जाएगा. पनवेल के पास उल्वे में स्थित यह भारत की सबसे महत्वाकांक्षी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक है, जिस पर 16,000 करोड़ रुपए खर्च होने जा रहे हैं. यह सांताक्रूज-अंधेरी स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बाद मुंबई का दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा. करीब 2,865 एकड़ में फैला NMIA चार टर्मिनलों के माध्यम से सालाना 9 करोड़ यात्रियों को संभाल सकेगा.
पहले चरण में 2 करोड़ यात्रियों की क्षमता वाला टर्मिनल-1 परिचालन शुरू करने के लिए तैयार है. इस टर्मिनल में बेहतर सुरक्षा लाइनें और दुनिया की सबसे तेज बैगेज प्राप्ति प्रणाली शामिल होगी.

यात्रियों को मिलेंगी शानदार सुविधाएं
- स्वचालित कियोस्क और बायोमेट्रिक सत्यापन के साथ अगली पीढ़ी के चेक-इन जोन
- विश्वस्तरीय बैगेज क्लेम सिस्टम (शुरुआती ऑपरेशन में दुनिया में सबसे तेज)
- विशाल प्रतीक्षालय, सिंगल-लेन सिक्योरिटी, एडवांस्ड स्कैनिंग

शहर से मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे, गोवा राजमार्ग और जेएनपीटी पोर्ट के पास स्थित एनएमआईए कई परिवहन गलियारों के माध्यम से शहर से जुड़ा होगा. 22 किलोमीटर लंबा मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक या अटल सेतु, दक्षिण मुंबई से उल्वे तक यात्रा के समय को करीब 20 मिनट तक कम कर देगा.
महाराष्ट्र नगर एवं औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड (City and Industrial Development Corporation of Maharashtra Ltd) सीधी पहुंच के लिए 9 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर भी बना रहा है, जबकि एमएसआरटीसी ठाणे, दादर, वाशी और पनवेल से इलेक्ट्रिक बसों सहित एक्सप्रेस बसों की योजना बना रहा है. मेट्रो विस्तार और पनवेल को एक परिवहन केंद्र के रूप में पुनर्विकास करने की भी योजना है.

अब मुंबई दुनिया के इन शहरों को देगा टक्कर
यह नया एयरपोर्ट मुंबई को न्यूयॉर्क, लंदन और दुबई जैसे वैश्विक शहरों की कतार में खड़ा करता है, जहां कई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित होते हैं.
2032 तक एनएमआईए और सीएसएमआईए द्वारा मिलकर सालाना 15-16 करोड़ यात्रियों को संभालने की उम्मीद है, जो दुबई, लंदन और न्यूयॉर्क जैसे अंतरराष्ट्रीय केंद्रों के बराबर है.
इंडिगो और अकासा एयर सहित घरेलू एयरलाइनों ने परिचालन की प्रतिबद्धता जताई है, जबकि अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों के भी ऐसा ही करने की उम्मीद है.
एनएमआईए में भारत का सबसे बड़ा सामान्य विमानन टर्मिनल भी होगा, जिसमें करीब 75 बिजनेस जेट स्टैंड, एक हेलीपोर्ट, 8 लाख टन वार्षिक की प्रारंभिक क्षमता वाले समर्पित कार्गो टर्मिनल, एक एमआरओ सुविधा और एक उन्नत एटीसी टावर होगा.
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