- ओडिशा के नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने वेतन और भत्तों में वृद्धि लेने से साफ इनकार किया है
- नवीन पटनायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वेतन वृद्धि की राशि गरीबों के कल्याण के लिए उपयोग करने का आग्रह किया
- नवीन पटनायक का यह पहला कार्यकाल है और उनका कदम राज्य की राजनीति में सकारात्मक पहल के रूप में माना जा रहा है
ओडिशा की राजनीति में एक अनोखी मिसाल पेश करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने अपने पद का वेतन और सभी भत्ते में हुए इजाफे को लेने से साफ इनकार कर दिया है. उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि इस बढ़े हुए वेतन और भत्तों की राशियों का इस्तेमाल राज्य के गरीब लोगों के कल्याण के लिए किया जाए.

जनता के प्रति जताया आभार
इस पत्र में उन्होंने ओडिशा के लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए लिखा कि, "वह उसी भावना के साथ अपना वेतन वृद्धि को छोड़ना चाहते हैं, जिस भावना से उनके परिवार ने 2015 में अपनी पैतृक संपत्ति 'आनंद भवन' को ओडिशा के लोगों के लिए दान कर दिया था. उसी भावना के साथ, मैं ओडिशा विधानसभा द्वारा हाल ही में पारित नेता प्रतिपक्ष के लिए बढ़ाए गए वेतन और भत्तों को छोड़ना चाहूंगा. साथ ही ओडिशा की जनता और अपने स्वर्गीय पिता बीजू पटनायक के प्रति हमेशा ऋणी रहूंगा."
जरूरतमंद लोगों के लिए हो इस्तेमाल
उन्होंने मुख्यमंत्री से खास अनुरोध किया कि नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए राज्य सरकार द्वारा हाल ही में बढ़ाए गए वेतन और भत्तों की इस पूरी राशि का उपयोग राज्य के गरीब और जरूरतमंद लोगों के कल्याण के लिए किया जाए.
नवीन पटनायक का यह कदम उनकी सादगी और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण की भावना को दर्शाता है. यह पत्र ऐसे समय में आया है जब ओडिशा विधानसभा ने हाल ही में नेता प्रतिपक्ष के वेतन और भत्तों में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है. विपक्ष के नेता के रूप में यह नवीन पटनायक का पहला कार्यकाल है. उनके इस फैसले को राज्य की राजनीति में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है.
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