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This Article is From Oct 16, 2020

'कंट्री ऑफ ओरिजिन' नहीं लिखने को लेकर ई-कॉमर्स कंपनियों को उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय का नोटिस

बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) को ये नोटिस दिया गया और इन कंपनियों से मंत्रालय ने 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है.

'कंट्री ऑफ ओरिजिन' नहीं लिखने को लेकर ई-कॉमर्स कंपनियों को उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय का नोटिस
प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:

भारत सरकार के उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने ईकॉमर्स कंपनियों (E Commerce Companies) को नोटिस दिया है.  मंत्रालय का ये नोटिस इन कंपनियों द्वारा विक्रय किए जा रहे सामानों पर कंट्री ऑफ ओरिजिन (Country of origin) यानी जिस देश में उत्पाद बना है, उसकी जानकारी नही देने को लेकर जारी किया गया है.

आपको बता दें कि नियम के मुताबिक हर उत्पाद पर कंट्री ऑफ ओरिजिन लिखना जरूरी है. बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) को ये नोटिस दिया गया  और इन कंपनियों से मंत्रालय ने 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है.

गौरतलब है कि जून में लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध के बाद चीनी सामान के बहिष्कार की आवाजें उठी थी. इसी दौरान 26 जून कोई-कॉमर्स कंपनियों के ग्रुप ने कंट्री ऑफ ओरिजिन प्रदर्शित करने का फैसला किया था. ई-कॉमर्स कंपनियों के ग्रुप ने यह निर्णय एक वीडियो कॉफ्रेंस मीटिंग में सरकार के उस कदम के बाद लिया था जिसमें सरकारी ई-मार्किटप्लेस (GeM) पर प्रोडक्टस् को बेचने के लिए 'कंट्री ऑफ ओरिजन' प्रदर्शित करना अनिवार्य किया गया था.

इसके तहत उत्पादों में भारतीय सामग्री के प्रतिशत का उल्लेख करना भी अनिवार्य है, सरकार ने कहा था कि इस कदम का उद्देश्य मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देना था. 

देश में चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ने वाले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT)और अखिल भारतीय व्यापारियों के संगठन ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया था.

ई-कॉमर्स कंपनी को अब बताना होगा कि सामान कहां बना हैै - सूत्र

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