New Delhi:
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गुरुवार को दो दिवसीय यात्रा पर अफगानिस्तान रवाना हो गए, जहां वह आतंकवाद, क्षेत्रीय विकास और युद्ध प्रभावित उस देश को भारत की सहायता बढ़ाने के तौर-तरीकों पर बातचीत करेंगे। मनमोहन सिंह छह साल पूर्व भी अफगानिस्तान की यात्रा कर चुके हैं। सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि यात्रा के दौरान वह अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई से क्षेत्र के विकास और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, विदेश सचिव निरुपमा राव और अफगानिस्तान के लिए प्रधानमंत्री के विशेष दूत सतिन्दर लांबा और वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी गए हैं। सरकारी सूत्रों ने अफगानिस्तान में अस्थिरता और आतंकवाद का असर भारत की प्रगति तथा विकास पर पड़ने और देश की सुरक्षा को इससे खतरा बताते हुए कहा कि अफगान नेतृत्व से बातचीत में भारत अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद बने हालात में वहां की सरकार के नजरिये को भी जानना चाहेगा। सूत्रों ने कहा, निश्चित रूप से ओसामा के मारे जाने के बाद की स्थिति हम सभी के लिए चिंता वाली है और हम यह भी जानना चाहेंगे कि राष्ट्रपति करजई का इस बारे में क्या कहना है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
क्रिकेट, अफगानिस्तान, मनमोहन सिंह, भारत