कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को दावा किया कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है कि केंद्र की महात्वाकांक्षी ‘उड़ान' योजना 93 प्रतिशत हवाई मार्गों पर लागू नहीं है. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि लोगों को इस योजना के नाम पर सिर्फ ‘‘झूठ और जुमले'' मिले हैं. भारतीय जनता पार्टी के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने खरगे पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने कैग रिपोर्ट में कई तथ्यों को नंजरअंदाज किया और उन्हें राहुल गांधी की टीम से यह निर्देशन नहीं लेना चाहिए कि सोशल मीडिया पर क्या पोस्ट करना है.
सरकार ने द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहरों में जनता के लिए हवाई यात्रा को किफायती बनाने के उद्देश्य से 21 अक्टूबर, 2016 को ‘उड़ान' (उड़े देश का आम नागरिक) के नाम से योजना शुरू की थी.
खरगे ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘मोदी सरकार का हवाई चप्पल पहन, हवाई सफ़र करने का वादा उनके हर वादे की तरह हवा-हवाई हो गया! ये हम नहीं कह रहे हैं, कैग की रिपोर्ट कह रही है! योजना 93 प्रतिशत हवाई मार्गों पर नहीं चली. विमान सेवा परिचालन कंपनियों का स्वतंत्र ऑडिट भी नहीं हुआ. बहुप्रचारित हेलीकॉप्टर सेवाएं भी ठप रहीं.''
उन्होंने कहा, ‘‘नहीं मिली ‘उड़ान', सिर्फ़ झूठी बातें और जुमलों का बखान! ऐसी नाकारा सरकार को अब माफ़ नहीं करेगा हिंदुस्तान!''
मालवीय ने खरगे पर पलटवार करते हुए ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘खरगे जी, राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए चुनिदा ढंग से तथ्यों को चुनना और पूरी तस्वीर को पेश नहीं करना आपके कद के अनुरूप नहीं है. मैं आपको कुछ स्पष्ट तथ्य बताना चाहता हूं, जिन्हें आपने जानबूझ कर नजरअंदाज कर दिया है.''
उनका कहना था कि कैग रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि 'यह योजना आम लोगों के लिए यात्रा के तेज, सुरक्षित और किफायती विकल्प के रूप में हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए एक अच्छी पहल है.''
उन्होंने कहा, ‘‘इस योजना के कारण 74 हवाई अड्डों/हेलीपोर्टों/जल हवाई अड्डों को उन्नत कर परिचालन में लाया गया है, जिससे कई छोटे शहरों को पहली बार विमान सेवा प्रदान की गई है. लगभग 1.25 करोड़ यात्री 2.36 लाख किफायती उड़ानों की सेवा लेने में सक्षम हुए हैं.''
मालवीय ने कहा, ‘‘दरभंगा, राउरकेला, जमशेदपुर, किशनगढ़, रूपसी, झारसुगुड़ा और कूच बिहार जैसे शहर उड़ान योजना के कारण ही देश के अन्य हिस्सों से जुड़े हुए हैं. 2014 से पहले क्षेत्रीय संपर्क असंभव था!''
उन्होंने खरगे पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कृपया राहुल गांधी की टीम को यह निर्देश न देने दें कि आपको क्या ट्वीट (एक्स पर पोस्ट) करना चाहिए। वे कुछ नहीं जानते!''
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