महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच डिप्टी स्पीकर के खिलाफ बागी एकनाथ शिंदे गुट द्वारा पेश किया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह प्रस्ताव एक गुमनाम मेल आईडी से भेजा गया था. सूत्रों का कहना है कि हालांकि, 34 बागी विधायकों ने इस पर हस्ताक्षर किए, लेकिन किसी विधायक ने इसे डिप्टी स्पीकर के कार्यालय में जमा नहीं किया. साथ ही इसे शिवसेना के लेटर हेड पर भेजा गया था. जबकि विधानसभा रिकॉर्ड के अनुसार, शिवसेना विधायक दल के नेता अजय चौधरी हैं न कि एकनाथ शिंदे. ऐसे में अब शिंदे गुट सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है.
खुद या वकील में माध्यम से पेश होना होगा
बता दें कि 'टीम शिंदे' का प्रस्ताव खारिज करने के साथ ही डिप्टी स्पीकर ने ठाकरे गुट के अजय चौधरी को एकनाथ शिंदे की जगह शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में नामित करने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. शिंदे खेमे ने खुद को 'शिवसेना बालासाहेब' नाम दिया है. सूत्रों का कहना है कि उद्धव खेमा के अयोग्यता याचिका पर 16 बागी विधायकों को नोटिस भेजे जा रहे हैं. अयोग्यता याचिका का जवाब देने के लिए उन्हें सोमवार शाम को व्यक्तिगत रूप से या वकील के माध्यम से पेश होना होगा.
16 बागी विधायकों की विधायकी रद्द करने मांग
बता दें कि शिवसेना के दो टुकड़ों में बंटने के बाद उद्धव खेमे ने 16 बागी विधायकों की विधायकी रद्द करने के लिए उप सभापति को पत्र दिया था. पार्टी बैठक में शामिल नहीं होना इसके पीछे का कारण बताया गया था. जिन विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दी गई थी, उसमें पार्टी ने महेश शिंदे, अब्दुल सत्तार, बालाजी देवीदासराव कल्याणकर, एकनाथ शिंदे, तानाजी सावंत, प्रकाश सुर्वे, संदीपनराव भुमरे, भरत गोगावले, संजय शिरसत, यामिनी जाधव, अनिल बाबर, लताबाई चंद्रकांत सोनावने समेत अन्य चार को अयोग्य ठहराने की मांग की है.
यह भी पढ़ें -
'NDTV ने दिखाया कि एयरपोर्ट पर क्या हुआ था' : बागी विधायकों पर बोले CM उद्धव ठाकरे
सियासी संकट के बीच उद्धव ठाकरे ने आज बुलाई शिवसेना के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अहम बैठक
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं