Rajasthan News: महाराष्ट्र की मीरा-भाईंदर, वसई-विरार पुलिस कमिश्नरेट की एंटी-नारकोटिक्स सेल और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने एक सनसनीखेज कार्रवाई को अंजाम देते हुए राजस्थान के झुंझुनूं जिले में चल रही एक अवैध MD ड्रग्स निर्माण फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मौके से लगभग 10 किलोग्राम MD ड्रग्स, प्री-कर्सर रसायन और MD बनाने में इस्तेमाल होने वाले मॉडर्न इक्विपमेंट जब्त किए हैं. जब्त किए गए माल की कुल कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग ₹100 करोड़ आंकी गई है.
'काशिकांव केस' से जुड़े हैं तार
इस बड़े खुलासे की नींव 04 अक्टूबर 2025 को रखी गई थी. काशिकांव पुलिस स्टेशन एरिया में गश्त के दौरान पुलिस ने संदेह के आधार पर 6 लोगों को हिरासत में लिया था. उनकी तलाशी में 501.6 ग्राम MD ड्रग्स (कीमत लगभग ₹1 करोड़) के साथ-साथ 8 मोबाइल फोन और 4 मोटरसाइकिलें जब्त की गई थीं और NDPS अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी. जांच के बाद पुलिस को इस रैकेट के इंटरस्टेट कनेक्शन का पता चला, जिसके चलते फरार आरोपियों की तलाश में एक विशेष टीम को राजस्थान भेजा गया.
झुंझुनूं में पकड़ा गया मुख्य आरोपी
14 दिसंबर 2025 को पुलिस टीम को बड़ी सफलता मिली. उन्होंने झुंझुनूं में मुख्य आरोपी अनिल विजयपाल सिहाग को गिरफ्तार किया और उसी के ठिकाने पर चल रही MD ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. फैक्ट्री से जब्त सामान में लगभग 10 किलोग्राम MD ड्रग्स, ड्रग्स बनाने में इस्तेमाल होने वाले फ्लास्क, मिक्सर, ड्रायर मशीन, वेइंग मशीन, फिल्टर और हैंड ग्लव्स जैसे बड़े पैमाने पर उपकरण शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, इस सफल कार्रवाई से इस अंतरराज्यीय नारकोटिक्स रैकेट की कमर टूट गई है.
अपराध में शामिल वाहन भी जब्त
काशिकांव मामले की जांच के दौरान पुलिस ने कुछ अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया और अपराध में इस्तेमाल किए गए लगभग ₹20 लाख रुपये के दो चार पहिया वाहन, एक मोटरसाइकिल और 6 मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं.
ये भी पढ़ें:- दिल्ली प्रदूषण सर्वे, 8 फीसदी लोग छोड़ना चाहते हैं राजधानी, लंग कैंसर पर डराने वाला खुलासा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं