एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) ने केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. मुंबई के आजाद मैदान में किसानों के समर्थन में उमड़े जनसैलाब को संबोधित करते हुए पवार ने कहा क्या पंजाब पाकिस्तान में है. महाराष्ट्र के 21 जिलों के किसान, मजदूर औऱ अन्य वर्ग के लोगों के दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आए थे.
पवार ने आंदोलित किसानों के प्रति केंद्र सरकार के रवैये पर सवाल उठाया. किसान गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) की तैयारी कर रहे हैं. पवार ने कहा कि हम पिछले 60 दिनों से देख रहे हैं कि सर्दी, धूप, बारिश जैसी कठिनाइयों की परवाह किए बगैर यूपी, हरियाणा और पंजाब के किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वे कह रहे हैं कि ये पंजाब के किसान हैं. पंजाब क्या पाकिस्तान में है. वे हमारे किसान हैं. एनसीपी शिवसेना की अगुवाई में चल रही महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में शामिल है.
पवार ने कहा कि संसद में विस्तृत चर्चा कराए बगैर कृषि कानूनों (Farm Laws) को पारित करा लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार विपक्ष की नहीं सुनती है, जब संसद में उस दौरान विपक्ष के सभी बड़े नेताओं ने आगे आकर व्यापक बहस कराने का मांग रखी थी. एनसीपी प्रमुख बोले, "हमने कहा था कि इन कानूनों को चर्चा के लिए प्रवर समिति के पास भेज दिया जाए, क्योंकि वहां सभी दलों के सदस्य रहते हैं. लेकिन केंद्र सरकार ने कहा कि कोई चर्चा नहीं होगी. हम इसे लेकर आए हैं और हम इसे बिना बहस के पारित कराएंगे. लेकिन आप सब यहां समर्थन करने आए हैं. अब किसानों के एकजुटता दिखाकर सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है.
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