महाराष्ट्र (Maharashtra) में एनसीपी-कांग्रेस (NCP-Congress) और शिवसेना (Shiv Sena) की गठबंधन सरकार के गठन की कवायद अंतिम चरण में है. शरद पवार, उद्धव ठाकरे और सोनिया गांधी की मुलाकात जल्द होने के संभावना है. इस मुलाकात में ही गठबंधन में शामिल दलों के न्यूनतम साझा कार्यक्रम को सहमति के साथ अंतिम रूप दिया जा सकता है. इन तीन दलों के गठबंधन को मजबूत करने के लिए शिवसेना एक कदम और आगे बढ़ गई है. शिवसेना संसद के शीतकालीन सत्र में लोकसभा और राज्यसभा में सत्ता पक्ष के बजाय विपक्ष के साथ बैठेगी.
महाराष्ट्र सरकार के गठन को लेकर सभी की निगाहें सोनिया गांधी के साथ शरद पवार की अंतिम मुलाकात पर टिकी हैं. सूत्रों का कहना है कि शरद पवार, उद्धव ठाकरे के साथ सोनिया गांधी से मिल सकते हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि राज्य में सरकार बनाने को लेकर विचार-विमर्श अंतिम चरण में है और कांग्रेस, राकांपा व शिवसेना के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति बनने की देरी है. न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति होने के बाद बैठक मंगलवार या बुधवार को होने की संभावना है. शरद पवार सोमवार को नई दिल्ली में सोनिया गांधी द्वारा नामित कांग्रेस के प्रतिनिधियों से मिलने वाले हैं.
सूत्रों ने कहा है कि कांग्रेस के तीन नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल शरद पवार के साथ बैठक करेंगे ताकि सोनिया गांधी द्वारा इस डील को अंतिम करार देने से पहले सत्ता के समझौते को लेकर तीनों पक्षों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति बन सके.
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एक सूत्र ने कहा कि पावर शेयरिंग समझौता अंतिम चरण में है. राज्य से एक वरिष्ठ नेता ने कहा, "हम जल्दबाजी में नहीं हैं विचारधारा एक बड़ी बात है, जिसे हल किया जा रहा है. इस प्रकार के गठबंधन में समय लगता ही है."
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इस बीच एक प्रमुख राजनीतिक घटनाक्रम में शिवसेना संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के साथ बैठेगी. सोमवार से संसद का सत्र शुरू हो रहा है. पार्टी के इस कदम से विपक्ष को शीतकालीन सत्र से पहले बढ़ावा मिलेगा. शिवसेना के लोकसभा में 18 और राज्यसभा में तीन सांसद हैं.
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