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BJP के घोषणा पत्र का फोकस GYAN, जानें- क्या है इसका मतलब, कैसे PM मोदी 'INDIA' को देंगे टक्कर

GYAN के 4 लेटर का अलग-अलग मतलब है. G का मतलब गरीब, Y का मतलब युवा, A का मतलब अन्नदाता और N का मतलब नारीशक्ति. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा था कि थर्ड टर्म में बीजेपी गरीबों, युवाओं, किसानों और महिला सशक्तीकरण पर काम करेगी.

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BJP के घोषणा पत्र का फोकस GYAN, जानें- क्या है इसका मतलब, कैसे PM मोदी 'INDIA' को देंगे टक्कर
BJP के घोषणा-पत्र की थीम 'मोदी की गारंटी' और 'विकसित भारत 2047' रखी है.
नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) का 19 अप्रैल से आगाज होने जा रहा है. इस दिन पहले फेज की वोटिंग है. चुनाव शुरू होने से पहले राजनीतिक पार्टियां अपने घोषणा-पत्र को अंतिम रूप देने में जुटी हैं. घोषणा-पत्र में जातिगत वोट का भी खास ख्याल रखा जा रहा है. पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने PDA (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों) की बात की. फिर पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने गरीब, युवा, किसान और महिलाओं को देश की चार जातियां बताया. अब बीजेपी (BJP)ने अपने घोषणा-पत्र में इन्हीं चार जातियों पर फोकस करते हुए GYAN फॉर्मूले को अपनाया है. पार्टी ने अपने घोषणा-पत्र की थीम 'मोदी की गारंटी' और 'विकसित भारत 2047' रखी है. 4 अप्रैल को बीजेपी घोषणा-पत्र समिति की दूसरी बैठक होगी. माना जा रहा है कि इसमें घोषणा-पत्र को फाइनल किया जाएगा.

GYAN के 4 लेटर का अलग-अलग मतलब है. G का मतलब गरीब, Y का मतलब युवा, A का मतलब अन्नदाता और N का मतलब नारीशक्ति. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा था कि थर्ड टर्म में बीजेपी गरीबों, युवाओं, किसानों और महिला सशक्तीकरण पर काम करेगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, घोषणा-पत्र में गरीब, युवा, अन्नदाता और महिलाओं के लिए कई महत्वपूर्ण वादे किए जाएंगे.

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4 अप्रैल को दिल्ली में होगी घोषणा-पत्र समिति की बैठक
चुनाव घोषणा-पत्र समिति की अगली बैठक 4 अप्रैल को दिल्ली में होगी. इस बैठक में देशवासियों से मिले सुझावों को सेक्टर वाइज अलग-अलग करके रिपोर्ट पेश की जाएगी. इसके बाद इन सुझावों में कॉमन बातों को निकालकर कर सिंगल सुझावों को रखकर रिपोर्ट बनाई जाएगी. 

बीजेपी को घोषणा-पत्र से मिले 3.75 लाख से ज्यादा सुझाव 
बीजेपी की चुनाव घोषणा-पत्र समिति में केंद्र सरकार के 8 मंत्री और बीजेपी के 4 सीएम शामिल हैं. इसके अलावा कुछ पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी समिति में शामिल किया गया है. समिति ने घोषणा-पत्र के लिए सुझाव मांगे थे. 1 अप्रैल को इस समिति की पहली बैठक हुई थी. तब केंद्रीय मंत्री और घोषणा-पत्र समिति के सह-संयोजक पीयूष गोयल ने बताया था कि बीजेपी को अपनी मिस्ड कॉल सेवा के जरिए 3.75 लाख से ज्यादा सुझाव मिले हैं. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐप (नमो) पर लगभग 1.70 लाख सुझाव मिले.

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BJP के घोषणा-पत्र में मिशन 2047
इससे पहले पीयूष गोयल ने कहा था, "बैठक में 2047 तक विकसित भारत के खाके पर चर्चा की गई. हमारे घोषणा-पत्र में लोगों की उत्साहपूर्ण भागीदारी प्रधानमंत्री में उनके भरोसे और उनसे उनकी अपेक्षाओं को दर्शाती है." बीजेपी नेता ने कहा था कि लोगों से प्राप्त सभी सुझावों को विभिन्न श्रेणियों में बांटा जाएगा. समिति की अगली बैठक उनपर विचार विमर्श करके छांटा जाएगा. 

गोयल ने कहा, "पीएम मोदी द्वारा गरीबों, युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए अपनी सरकार की प्राथमिकताओं को लगातार रेखांकित किए जाने के साथ सत्तारूढ़ पार्टी उनसे जुड़े मुद्दों को प्रमुखता दे सकती है."

5 अप्रैल को आ सकता है कांग्रेस का घोषणा-पत्र
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव जयराम रमेश ने 5 अप्रैल को कांग्रेस का घोषणा-पत्र जारी होने की बात कही है. कांग्रेस ने 16 मार्च को '5 न्याय, 25 गारंटी' कैंपेन शुरू किया था. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दिल्ली में 3 अप्रैल को 'घर-घर गारंटी' कैंपेन शुरू किया. इसका मकसद कांग्रेस की '5 न्याय, 25 गारंटी' को घर-घर तक पहुंचाना है. पार्टी की प्लानिंग है कि कम से कम 8 करोड़ घरों में कांग्रेस की गारंटी कार्ड पहुंचाई जाए.

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PDA का कॉन्सेप्ट लेकर आए अखिलेश यादव
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से मुकाबला करने के लिए बड़ी प्लानिंग की है. बूथ लेवल पर पार्टी को मजबूत करने के लिए अखिलेश यादव लंबे समय से PDA फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं. PDA यानी- पिछड़ा वर्ग, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय. अखिलेश यादव INDIA गठबंधन को मजबूत करने के साथ PDA के दम पर अपनी निजी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने की कोशिश में हैं. 

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