बिहार में जन अधिकार पार्टी (JAP) के सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने अपनी पार्टी का कांग्रेस (Congress) में विलय कर दिया है. दिल्ली में बुधवार को इसका ऐलान किया गया. कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय करने के बाद पप्पू यादव कांग्रेस के टिकट पर पूर्णिया से लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) लड़ सकते हैं. उनकी पत्नी रंजीत रंजन राज्यसभा सदस्य हैं. पप्पू यादव ने कहा, "मैं हमेशा से कांग्रेस की विचारधारा के साथ रहा. दुनिया को पता है कि पूर्णिया, सीमांचल और कोसी मेरा खून है. पूर्णिया मेरी लाइफ लाइन है."
पप्पू यादव ने कहा, "राहुल गांधी हमेशा मेरे साथ भाई की तरह रहे. मुझे उनका स्नेह भी मिला. राहुल गांधी ने संविधान बचाने के लिए लड़ाई लड़ी, वो वर्ल्ड हिस्ट्री है. प्रियंका गांधी ने भी बहन की तरह व्यवहार किया है. मैं 2024 में पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस नेतृत्व को कह चुका हूं. अब उन्हें फैसला लेना है."
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पिछले दिनों पप्पू यादव 'प्रणाम पूर्णिया' रैली निकाल रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस उनको पूर्णिया से सीट देती है, तो वह अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर देंगे. बता दें कि कांग्रेस पप्पू यादव को पूर्णिया से लोकसभा चुनाव 2024 का उम्मीदवार बनाने के लिए लगभग तैयार हो गई है.
जन अधिकार पार्टी सेवा, न्याय और संघर्ष के लिए जानी जाती है।
— Congress (@INCIndia) March 20, 2024
कांग्रेस परिवार और पार्टी की विचारधारा मुझे हमेशा उर्जा देती रही है।
हर धर्म के लोगों की विचारधारा की सुरक्षा और उसका सम्मान ही मेरा इतिहास रहा है।
आज कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे साहब एक सशक्त आवाज हैं और… pic.twitter.com/e1EfOBIyJz
कांग्रेस ने JAP के विलय को बताया ऐतिहासिक
'जन अधिकार पार्टी' का कांग्रेस में विलय होने पर कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा, " JAP और पप्पू यादव किसी भी परिचय के मोहताज नहीं हैं. पप्पू यादव एक कद्दावर नेता हैं. वे आज कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व, नीतियों और दिशा से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं. वे 'जन अधिकार पार्टी' का भी कांग्रेस में विलय कर रहे हैं. ये विलय साधारण नहीं है, बल्कि ऐतिहासिक है."
पूर्णिया से तीन बार जीत चुके हैं लोकसभा चुनाव
पप्पू यादव पूर्णिया सीट से तीन बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. 1991 लोकसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पप्पू यादव पूर्णिया से चुनाव लड़े और जीत हासिल की. 1996 के चुनाव में बिहार से बाहर की पार्टी सपा ने उन्हें पूर्णिया सीट से अपना उम्मीदवार बनाया. पप्पू यादव यहां से चुनाव जीत गए. इसके बाद 1999 के चुनाव में पप्पू यादव फिर से निर्दलीय चुनाव लड़े और पूर्णिया सीट से तीसरी बार सांसद चुने गए.
पूर्व सांसद पप्पू यादव जी के संघर्ष का एक अलग इतिहास रहा है।
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राहुल गांधी जी सामाजिक और साझेदारी न्याय की बात कर रहे हैं, वो प्रभावित करने वाला है।
उसी विचार के साथ आज पप्पू यादव जी हमारे साथ आए हैं, हम सभी कांग्रेस पार्टी में उनका स्वागत करते हैं।
: बिहार CLP नेता… pic.twitter.com/GgWXoScxVs
RJD में हुए शामिल
इसके बाद पप्पू यादव ने RJD में शामिल हो गए. 2004 में मधेपुरा सीट पर हुए उपचुनाव में RJD के टिकट पर जीत हासिल की. हालांकि, 2009 में पप्पू RJD से बाहर हो गए, लेकिन 2014 में लालू यादव ने अपनी पार्टी में बुलाया और मधेपुरा सीट से शरद यादव के खिलाफ खिलाफ उम्मीदवार बनाया.
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'जन अधिकार पार्टी' और पप्पू यादव जी किसी भी परिचय के मोहताज नहीं हैं।
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पप्पू यादव जी एक कद्दावर नेता हैं। वे आज कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व, नीतियों और दिशा से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
वे 'जन अधिकार पार्टी' का भी कांग्रेस में विलय कर रहे हैं। ये विलय साधारण… pic.twitter.com/LQtiX1L00u
2019 में मधेपुरा से चुनाव हार गए थे पप्पू
2019 लोकसभा चुनाव में पप्पू यादव JAP के टिकट पर मधेपुरा से चुनाव लड़े थे. इस चुनाव में उन्हें करीब एक लाख वोट मिले और तीसरे नंबर पर रहे थे. जेडीयू के दिनेश चंद्र यादव को करीब 6.24 लाख और RJD के शरद यादव को 3.22 लाख वोट मिले थे.
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