विज्ञापन
This Article is From Mar 05, 2024

महाराष्ट्र में 10 सीटों को लेकर गठबंधन में मतभेद, क्या गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से निकलेगा समझौते का फॉर्मूला?

शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) 22, एनसीपी (अजित पवार गुट) ने 10 सीटों पर दावेदारी की है. जबकि बीजेपी 30 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. इनमें से 10 सीटों को लेकर मामला फंसा हुआ है.

महाराष्ट्र में 10 सीटों को लेकर गठबंधन में मतभेद, क्या गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से निकलेगा समझौते का फॉर्मूला?
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम अजित पवार ने एयरपोर्ट पर गृहमंत्री अमित शाह का स्वागत किया.
मुंबई:

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) महाराष्ट्र के 2 दिनों के दौरे पर हैं. अमित शाह का दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब महाराष्ट्र की सियासत में हलचल तेज है. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी (Shiv Sena-BJP) और एनसीपी गठबंधन (NCP Alliance) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा है. रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी अजित पवार गुट (Ajit Pawar Faction) और सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं. 10 सीटों पर बात नहीं बन पा रही है. ऐसे में देखना होगा कि क्या अमित शाह गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग का कोई फॉर्मूला तय कर पाएंगे.

गृहमंत्री अमित शाह सोमवार रात को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई पहुंचे. उन्होंने संभाजीनगर, अकोला, जलगांव जिलों का दौरा किया. फिर मंगलवार देर रात मुंबई के सह्याद्रि गेस्ट हाउस पहुंचे. इससे पहले एयरपोर्ट पर सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने गृहमंत्री का स्वागत किया. गेस्ट हाउस में तकरीबन 10:15 बजे पहले राउंड की मीटिंग हुई. इस दौरान देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में अमित शाह ने अजित पवार से तकरीबन 30 मिनट तक सीटों को लेकर चर्चा की. इसके बाद रात 10:45 से 11:35 तक एकनाथ शिंदे से सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई.


जानकारी के मुताबिक, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) 22, एनसीपी (अजित पवार गुट) ने 10 सीटों पर दावेदारी की है. जबकि बीजेपी 30 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटें हैं. इनमें से 10 सीटों को लेकर मामला फंसा हुआ है. 

चुनाव आएंगे-जाएंगे, लेकिन बंगाल में TMC ही बरकरार रहेगी : CM ममता बनर्जी

बीजेपी ने सीट शेयरिंग के लिए दिया 30-12-6 का फॉर्मूला
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने सीट शेयरिंग के लिए 30-12-6 का फॉर्मूला सुझाया है. इनमें से 30 सीटों पर बीजेपी अपने कैंडिडेट उतारेगी. शिवसेना शिंदे गुट के लिए 12 सीटें और एनसीपी अजित पवार गुट के लिए 6 सीटें छोड़ी गई हैं. जबकि शिवसेना शिंदे गुट 22 और एनसीपी अजित पवार गुट 10 सीटों का दावा करती हैं. इनमें से कल्याण, दक्षिण मुंबई, रत्नागिरी, शिरूर, अमरावती, संभाजीनगर नगर, हिंगोली, नासिक, रामटेक और मावल सीटों को लेकर मतभेद है.

सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर डिप्टी सीएम अजित पवार ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की. उन्होंने अमित शाह के साथ बैठक से पहले लोकसभा क्षेत्रों की समीक्षा भी की. अब अमित शाह इन 10 सीटों पर मतभेद को सुलझाने की कोशिश करेंगे, ताकि सीटों के बंटवारे पर भी सहमति बन सके.

इन 10 सीटों पर नहीं बन पा रही गठबंधन की बात
1. कल्याण: सीएम शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे इस सीट से मौजूदा सांसद हैं, लेकिन बीजेपी की लोकल यूनिट ने इस सीट पर दावा किया है. यहां तक ​​कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस निर्वाचन क्षेत्र की समीक्षा की थी. बीजेपी का दावा है कि कल्याण बीजेपी की पारंपरिक सीट है, जिसे उन्होंने तब उद्धव ठाकरे के दबाव में शिवसेना को दे दिया था. लेकिन अब वे इसे वापस चाहते हैं.

प्रधानमंत्री का मतलब होता है 'बड़ा भाई' : केंद्र के साथ राज्य के संबंध पर बोले CM रेवंत रेड्डी

2. दक्षिण मुंबई: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अरविंद सावंत यहां से मौजूदा सांसद हैं. यह शिवसेना की पारंपरिक सीट है और शिंदे की पार्टी यहां अपना उम्मीदवार खड़ा करने को इच्छुक है. जबकि बीजेपी से आने वाले विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने इस सीट से चुनाव लड़ने में दिलचस्पी दिखाई है.

3. रत्नागिरी-सिंधदुर्ग: यह शिवसेना की पारंपरिक सीट है. बीजेपी के नारायण राणे ने बीजेपी के लिए इस सीट का दावा किया है. जबकि शिंदे गुट के रामदास यहां से चुनावी मैदान में हाथ आजमाना चाहते हैं.

4. शिरूर: एनसीपी शरद पवार गुट से अमोल कोल्हे मौजूदा सांसद हैं. अजित गुट की एनसीपी इस सीट पर दावा कर रही है. अजित पवार ने कहा था कि वह कोल्हे को हराएंगे, जबकि शिंदे की शिवसेना से पूर्व सांसद शिवाजी अधलराव पाटिल इस सीट से उम्मीदवारी चाहते हैं.

5. अमरावती: नवनीत राणा अमरावती से निर्दलीय सांसद हैं. बीजेपी इस सीट को लेकर उत्सुक है और उसने नवनीत राणा को बीजेपी में शामिल होकर चुनाव लड़ने की पेशकश की है. जबकि शिंदे की पार्टी के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल ने इस सीट पर दावा किया है.

Candidate Kaun: कैसरगंज से बृजभूषण पर 'ग्रहण'! क्या बरेली से गंगवार के आड़े आएगी उम्र? जानें फरीदाबाद में किसका चांस

6. संभाजीनगर नगर: ओवैसी की पार्टी AIMIM के इम्तियाज जलील यहां से मौजूदा सांसद हैं. यह शिवसेना की पारंपरिक सीट है. जबकि शिवसेना शिंदे गुट मंत्री संदीपन भुमरे को यहां से सांसदी का चुनाव लड़वाना चाहती है. वहीं, बीजेपी भागवत कराड को मैदान में उतारना चाहती है.

7. हिंगोली: शिंदे की शिवसेना के हेमंत पाटिल इस सीट से मौजूदा सांसद हैं. उन्होंने मराठा आरक्षण विरोध के दौरान अपना इस्तीफा दे दिया था. वहीं, बीजेपी भी अपना उम्मीदवार उतारने में दिलचस्पी रखती है.

8. नासिक: शिंदे की पार्टी से हेमंत गोडसे यहां से मौजूदा सांसद हैं, लेकिन एनसीपी अजित गुट भुजबल परिवार से किसी को यहां से टिकट देना चाहती है. दूसरी तरफ बीजेपी ने भी इस सीट पर दावा ठोक दिया है. 

9. रामटेक: कृपाल तुमाने इस सीट से मौजूदा सांसद हैं, लेकिन स्थानीय बीजेपी कैडर बीजेपी से टिकट चाहता है. 

10. मावल: शिवसेना शिंदे गुट के श्रीरंग बार्ने मौजूदा सांसद हैं, जबकि अजित पवार की एनसीपी इस सीट पर उम्मीदवार उतारना चाहती है. 2019 में इस सीट से चुनाव लड़ने वाले अजित पवार के बेटे पार्थ पवार हार गए थे.

लोकसभा चुनाव 2024 InfoGraphics: PM के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का 'नंबर गेम', जानें - कब किसका रहा कब्ज़ा

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com